केपी ने लम्बू खरवार की बेटी को बंधक बनाकर उससे नौकरानी का काम लेने लगा.कहैं वह भाग न जाए उसके पैर में जंजीर बांध देता था.24 घंटे में केवल एकबार खाना देता था. 16 साल की मासूम अंजनी को जंजीर में बांधकर गुलामों की तरह जुल्म ढाया जा रहा था. बुधवार की रात मौका मिलने पर अंजनी अपहर्ता सूदखोर केपी खरवार के घर से भाग निकली.ये कहानी आपको हिलाकर रख देगी .
सिटी पोस्ट लाइव : एक गरीब की 16 बेटी अंजनी को महज पंद्रह हजार रुपये कर्ज के एवज में तीन महीने से बंधक बनाकर रखे जाने का एक सनसनीखेज मामला बिहार के भोजपुर जिले में सामने आया है. बिहिया थाना क्षेत्र के टिपुरा कालोनी के लंबू खरवार ने अपने पड़ोसी सूदखोर केपी खरवार से 15 हजार रुपए कर्ज लिया था. डर से अपनी बेटी के भरोसे अपना घर छोड़ लंबू खरवार पत्नी के साथ फरार हो गया.फिर क्या था अपना कर्ज वसूलने के लिए लंबू खरवार की बेटी को केपी खरवार ने बंधक बना लिया.
केपी ने लम्बू खरवार की बेटी को बंधक बनाकर उससे नौकरानी का काम लेने लगा.कहैं वह भाग न जाए उसके पैर में जंजीर बांध देता था.24 घंटे में केवल एकबार खाना देता था. 16 साल की मासूम अंजनी को जंजीर में बांधकर गुलामों की तरह जुल्म ढाया जा रहा था. बुधवार की रात मौका मिलने पर अंजनी अपहर्ता सूदखोर केपी खरवार के घर से भाग निकली. वह जमीन पर रेंगते हुए कुछ दूरी पर बसे टिपुरा गांव पहुंची. जहां ग्रामीण उसके पैर में लोहे की जंजीर व बंद ताला देख सकते में पड़ गए. ग्रामीणों ने पहले भूख व प्यास से तड़प रही अंजनी को खाना खिलाया फिर पुलिस को सूचना दी.अंजनी को बिहिया थाने की पुलिस अपने साथ ले गई .
जब बिहिया थाना में उसके पैर से लोहे की बेड़ियाँ और जंजीर काट दी गई तो अंजनी का खुशी का ठिकाना नहीं रहा.तीन महीने बाद वह आजाद हुई थी.पुलिस कस्टडी में फिर अंजनी को रखा गया है.उसके माता पिता की तलाश हो रही है.अनजानी ने बताया कि वह बिहिया थाना क्षेत्र के टिपुरा कॉलोनी के लंबू खरवार की बेटी है.अंजनी पर यह जुल्म टिपुरा कॉलोनी में ही उसके घर से करीब 30-40 गज की दूरी पर एक मकान में बंधक बनाकर ढाए गए. सूदखोर के डर से उसके मां-पिता टिपुरा कॉलोनी से करीब डेढ़ माह पहले ही भाग चुके हैं.पुलिस ने केपी खरवार के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.केपी खरवार फरार है.