सिटी पोस्ट लाइव : कैदियों को अपने परिजनों से मिलने से रोकने का फैसला आखिरकार जेल प्रशासन को बदलना पड़ा.सरकार के इस फैसले के खिलाफ पटना के बेउर जेल के भीतर कैदी और बाहर कैदियों के परिजन धरने पर बैठ गये. कैदियों और उनके परिजनों के अनशन के बाद जेल प्रशासन में खलबली मच गई. आनन-फानन में प्रशासन ने हालात से जेल आईजी को अवगत कराया. बाद में जेल आईजी मिथलेश मिश्र ने 1 नवंबर से सभी कैदियों को मुलाकातियों से मिलने की सुविधा देने का फैसला लिया. जेल प्रशासन द्वारा करोना काल में लगाई गई रोक को हटाने का फैसला लिए जाने के बाद अब बिहार के सबसे बड़े जेल बेउर कारागार समेत राज्य की सभी जेलों में बंद कैदी अब अपने परिजनों से मिल सकेंगे.
यह फैसला गुरुवार को बेउर जेल में बंद कैदियों के विरोध प्रदर्शन और अनशन के बाद लिया गया है. मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार को बेउर जेल में बंद सैकड़ों कैदियों ने अपनी मांगों को लेकर आंदोलनात्मक रवैया अख्तियार कर लिया. धरना के साथ ही अनशन पर बैठ गए. ये कैदी अपनी मांगों को लेकर जेल प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे. कैदी कोरोना के कारण जेल प्रशासन द्वारा परिजनों से फिजिकल मुलाकात पर लगाई गई रोक को हटाने की मांग कर रहे थे.
सभी जेलों में कैदियों और परिजनों की फिर मुलाकात शुरू करने का निर्देश दिया है. कैदियों के सामान भी अब समय पर जेल के अंदर ले जाये जा सकेंगे. परिजनों की मुलाकात को लेकर जेल प्रशासन ने कोरोना काल में रोक लगा दी थी. जेल प्रशासन के इस फैसले के बाद कैदियों और उनके परिजनों को बड़ी राहत मिली है.