BCA के पूर्व कंवेनर ओपी तिवारी के ठिकानों पर छापेमारी.

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सिटी पोस्ट लाइव :बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (BCA) के एक कमेटी के पूर्व कंवेनर ओपी तिवारी के ठिकानों पर दिल्ली पुलिस ने छापेमारी की है. दिल्ली पुलिस की टीम ने पटना के कदमकुआं में लोहा गली स्थित एक अपार्टमेंट में छापा मारा. ओपी तिवारी अपने ठिकाने से फरार होने में कामयाब रहे लेकिन पुलिस टीम को मौके पर जो लोग मिले, उनसे ही पूछताछ की गई. मंगलवार को एक इंस्पेक्टर की अगुवाई में आई दिल्ली पुलिस की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है.

BCA के अध्यक्ष राकेश तिवारी ने दिल्ली के पार्लियामेंट थाना में ब्लैकमेलिंग और एक्सटॉर्शन का मामला दर्ज करवा रखा है. इस केस में ओपी तिवारी समेत कई लो भी नामजद हैं. केस दर्ज होने के बाद से ही दिल्ली पुलिस की टीम पूरे मामले की जांच कर रही थी. ठोस सबूत मिलने के बाद पुलिस टीम दिल्ली से पटना आई. कदमकुआं थाना की पुलिस ने आज हुए छापेमारी की पुष्टि की है. लेकिन, इस दरम्यान दिल्ली से आई टीम के हाथ क्या लगा? इस सवाल का जवाब पटना पुलिस ने भी नहीं दिया.

गौरतलब है कि BCA के अध्यक्ष राकेश तिवारी पर स्पोर्ट्स मैनेजमेंट की कंपनी चलाने वाली चित्रा बोरा ने 2021 में एक बड़े होटल के कमरे में यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाया था. तब पार्लियामेंट थाना में BCA के अध्यक्ष के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू हुई थी. मगर, कुछ महीनों की जांच के बाद मामला फर्जी साबित हुआ. कॉल डिटेल्स, टॉवर लोकेशन और जांच के दौरान मिले सबूतों के आधार पर दिल्ली पुलिस ने अपनी क्लोजर रिपोर्ट तैयार कर कोर्ट को सौंप दी थी. जिसके बाद यौन शोषण का फर्जी मामला बंद हो गया.

राकेश तिवारी के अनुसार इस फर्जी केस के सूत्रधार ओपी तिवारी ही थे. उन्होंने झूठे केस में फंसाने, ब्लैकमेलिंग करने और एक्सटॉर्शन का केस ओपी तिवारी, चित्रा बोरा और उसके भाई पर किया था. राकेश तिवारी के अनुसार चित्रा, उसके भाई के साथ ओपी तिवारी को गुरुग्राम की पुलिस टीम ने एक होटल से नशीले पदार्थ के साथ पकड़ा भी था.आरोप यह भी है कि चित्रा और उसके भाई नए क्रिकेटर्स को अपने जाल में फंसाते हैं. आगे बढ़ाने के नाम पर उनसे रुपयों की ठगी करते हैं. राकेश तिवारी का दावा है कि अकेले चित्रा बोरा धोखाधड़ी और फर्जीवाड़ा के 13 से अधिक केस में चार्जशीटेड है.

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