बेगूसराय : प्रिंसिपल पर लगा यौन शोषण का आरोप, महिला शिक्षिका पहुंची थाने

City Post Live - Desk

सिटी पोस्ट लाइव : बेगूसराय में एक प्रिसिंपल की काली करतूत सामने आयी है। आयुर्वेदिक कॉलेज के प्रिंसिपल पर एक महिला ने यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाये हैं। प्रिसिंपल ने नौकरी से निकलवा देने की धमकी और सरकारी नौकरी दिलवाने का प्रलोभन देकर यौन शोषण किया बाद में गर्भवती होने पर गर्भपात करवाने का दबाव बनाने लगा। बात नहीं मामने पर उसे नौकरी से बेदखल कर दिया। अब महिला ने महिला थाना में न्याय की गुहार लगायी है। मामला नगर थाना क्षेत्र के राजकीय अयोध्या शिवकुमारी आयुर्वेदिक महाविद्यालय सह चिकित्सालय का है। जहां आउट सोर्सिंगकर्मी के रूप में अटेंडेंट के पद पर कार्यरत महिला कर्मचारी ने आरोप लगाते हुए कहा कि उसने वर्ष 2017 में एक फरवरी से यहां अपनी सेवा देना शुरू किया। उसी समय से सरकारी नौकरी का प्रलोभन देकर मेरे साथ लगातार यौन शोषण करता रहा। पीड़ित महिला ने बताया कि जबसे उसने काम करना शुरू किया उसके प्राचार्य डॉ उमा शंकर चतुर्वेदी ने महिला को पहले घर पर खाना बनाने के नाम पर बुलाया फिर उसे महिला को शारीरिक संबध बनाने को कहा। महिला के विरोध पर प्रिंसिपल ने उसे नौकरी से हटवा देने की लगातार धमकी देते रहते थे। कुछ दिन तक महिला इसी के डर से प्रताड़ित होती रही थी।

पीड़ित महिला ने बताया कि प्रिंसिपल के द्वारा खाना बनाने के दौरान चाय में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया। चाय पीते ही महिला बेहोश हो गयी। महिला की जब होश आई तो तब तक में प्रिंसिपल के द्वारा उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने का एहसास हुआ।पीड़िता ने पुलिस को दिए आवेदन में कहा कि वह कॉलेज में आउटसोर्सिंग कर्मी के रूप में अटेंडेंट के पद पर 2017 से कार्यरत है। आरोप लगाया कि कॉलेज के प्राचार्य पहले बाघा में किराए के मकान में रहते थे. अप्रैल 2017 में प्राचार्य ने उसे अपने आवास पर बुलाकर कहा कि वह अकेले रहते हैं तुम खाना बना दिया करो।पीड़िता ने कहा कि जब इसके लिए वह तैयार नहीं हुई तो उसे नौकरी से निकाल देने की धमकी दी गई। इसके बाद वह उनके घर जाकर सुबह-शाम खाना बनाने लगी। पीड़िता ने आरोप लगाया कि दो सितंबर 2017 को प्रचार्य ने अपने साथ बैठाकर चाय पिलायी।

इसके बाद वह बेहोश हो गई। बाद में पता चला कि उसके साथ प्राचार्य ने गलत काम किया इसका जब विरोध किया तो धमकी के साथ-साथ तरह-तरह के प्रलोभन देने लगे। कहा तुम्हे स्थायी सरकारी नौकरी दिलवा देंगे। पीड़िता ने कहा कि प्राचार्य ने कहा कि उसकी पत्नी नहीं है, शादी भी कर लेंगे।इसके बाद प्रलोभन देकर कई बार यौन शोषण किया। पीड़िता ने आरोप लगाया कि इसके बाद प्राचार्य लगातार उनके साथ यौन शोषण करते रहे। पीड़िता का कहना है कि इस दौरान वह गर्भवती हो गई।बताया कि वह विधवा है। जब उसने शादी के लिए कहा तो उसे गर्भपात करवाने का दबाव बनाने लगे। ऐसा नहीं करने पर नौकरी से निकालने की धमकी देने लगे।बाद में उन्होंने नौकरी से निकालवा दिया और कहा जो करना है करो। महिला थाना के मुताबिक पीड़िता ने आयुर्वेदिक कॉलेज के प्राचार्य के खिलाफ लिखित शिकायत कर यौन शोषण का आरोप लगाया है।शिकायत के आधार पर मामले की जांच की जाएगी।

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