पटना शेल्टर होम : दो महिलाओं की मौत के मामले में पुलिस-प्रशासन की भूमिका संदिग्ध

City Post Live

सिटी पोस्ट लाइव(सोमनाथ ) : मुजफ्फरपुर बालिका गृह महा-रेपकांड से लगता है पटना पुलिस और प्रशासन ने कोई सबक नहीं लिया है. मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड को लेकर बिहार की पुरे देश में थू-थू हो रही है, ऐसे में पटना की वीमेन  शेल्टर होम की दो महिलाओं की मौत के मामले को पटना जिला प्रशासन और पटना पुलिस द्वारा हल्के में लिया जाना हैरान कर देनेवाला  तो है ही साथ ही पुलिस प्रशासन की भूमिका को भी संदिग्ध बना देने के लिए काफी है..

राजधानी पटना के राजीवनगर स्थित आसरा शेल्टर होम में एक साथ दो युवतियों की मौत हो गई. मौत के मामलों को 24 घंटे तक छिपाने की कोशिश की गई. मौत के दो दिन बाद मृत महिलाओं को पीएमसीएच ले जाकर ईलाज कराने का हाई-वोल्टेज ड्रामा हुआ. फिर भी पुलिस की नींद नहीं टूटी. सबसे ज्यादा हैरान कर देनेवाली बात ये है कि पुलिस  और मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पोस्टमार्टम भी हो गया और एक लाश को जला भी दिया गया. लेकिन डीएम-एसएसपी को इसकी जानकारी तक नहीं हुई. पुलिस ने ये जानने की कोशिश भी नहीं किया कि मौत कैसे हुई? आसरा शेल्टर होम प्रबंधन के द्वारा कहा गया कि महिलायें बीमार थीं. हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया ,जहाँ उनकी मौत हो गई. पुलिस ने बड़ी आसानी से इस कहानी पर भरोसा भी कर लिया.

लेकिन जब मीडिया की तहकीकात शुरू हो गई तो  फंस जाने के डर से अस्पताल प्रबंधन ने राज खोल दिया. ये कोई छोटा मोटा राज नहीं था .अस्पताल प्रबंधन ने खुलासा किया कि अस्पताल में मृत महिलायें लाई गई थीं. अस्पताल आने से दो दिन पहले ही उनकी मौत हो गई थी. सबसे बड़ा सवाल जब महिलायें शेल्टर होम में ही मर गई थीं फिर उनकी लाश का ईलाज कराने का हाई-वोल्टेज ड्रामा शेल्टर होम के प्रबंधकों ने क्यों की? शेल्टर होम के प्रबंधकों ने  मौत की सूचना पुलिस को क्यों नहीं दी ?  फिर  अस्पताल में मृत घोषित हो जाने के बाद खड़े होकर लाश का पोस्टमार्टम करानेवाले मजिस्ट्रेट  ने इस मौत की सूचना डीएम और एसएसपी को तुरत क्यों नहीं दिया? मृत महिलाओं को ईलाज के लिए अस्पताल लाये जाने की जानकारी जब मीडिया को हो गई तो फिर पुलिस को क्यों नहीं हुई ?

आसरा शेल्टर होम में 10 अगस्त को समाज कल्याण विभाग के और पुलिस के अधिकारी जांच के लिए पहुंचे थे फिर उन्हें यहाँ दो महिलाओं की हुई मौत या बीमारी के बारे में क्यों पता नहीं चला? दो दिन बीत जाने के बाद भी स्थानीय थाना और डीएसपी, एसपी को मौत की जानकारी क्यों नहीं हुई जबकि दो दारोगा की उपस्थिति में ही युवतियों का पोस्टमार्टम हुआ?  10 अगस्त को ही ईन दोनों महिलाओं की मौत हो चुकी थी लेकिन प्रशासन ने जांच आज दो दिन बाद क्यों शुरू किया? कहीं मामले पर पर्दा डालने की तैयारी तो नहीं थी?

ईन सवालों का जबाब अभीतक जिला प्रशसन या फिर पुलिस प्रशासन ने नहीं दिया है. अब जब मामला मीडिया में उछल चूका है तो पीएमसीएच प्रबंधन , जिला प्रशासन से लेकर पुलिस प्रशासन के अधिकारी वन-डे क्रिकेट मैच के खिलाड़ियों की तरह आनन् फानन में गिरते पड़ते भागते क्यों दिख रहे हैं? घटना के दो दिन गुजर जाने के बाद आज डीएम और एसएसपी को मामले की गंभीरता का आभास हो रहा है .डीएम से लेकर एसएसपी तक इस मामले में अपनी चमड़ी बचाने के लिए  भागदौड़ करते दिखे. करीब 4 घंटे तक डीएम-एसएसपी पीरबहोर थाना में हिरासत में लिये गये लोगों से पूछताछ करते रहे.

दोनों युवतियों की मौत पर जब जिलाधिकारी से सवाल पूछे गये तो उन्होंने छानबीन जारी रहने का बहाना बनाकर जबाब टाल दिया. शेल्टर होम की हिरासत में ली गई महिलाकर्मी अपना मुंह खोलने को तैयार नहीं. जिलाधिकारी ने कहा कि फिलहाल मामले की जांच करने के साथ ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने यह भी कह दिया कि पूछताछ में पता चला है कि मौत का कारण बुखार और डायरिया है. लेकिन सिटी पोस्ट लाइव डीएम साहब से ये सवाल का जबाब चाहता है कि अगर ये मौतें डायरिया और बुखार की वजह से हुई थी तो फिर दो दिनों तक मामले को छिपाने की कोशिश क्यों की गई? मृत महिलाओं को ईलाज के लिए अस्पताल ले जाने का झूठा दावा आसरा होम के सचिव ने क्यों किया? दोनों बीमार महिलाओं की मौत 9 मिनट के अन्दर कैसे हो गई? अगर सबकुछ सामान्य था और यह बीमारी से हुई मौत है तो प्रशासन अब इतना भागदौड़ क्यों कर रहा है, इतना छानबीन करने की जरुरत क्या  है? जाहिर है यह बीमारी से हुई मौत का मामला कब हत्या  और उसके बाद लीपापोती किये जाने का मामला ज्यादा लगता है.

वैसे अब पटना शेल्टर होम में दो युवतियों की मौत के मामले में पुलिस ने चार के खिलाफ केस किया दर्ज कर लिया है. शेल्टर होम के कोषाध्यक्ष , संचालक समेत चार लोगों के खिलाफ राजीव नगर थाने में मामला दर्ज हुआ है.  एक युवती के पोस्टमार्टम में बीमारी से मौत की पुष्टि हुई है तो दूसरी युवती की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आनी अभी बाकी है.

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