सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के भागलपुर जिले के तातारपुर थाना के काजबली चक में देर रात एक मकान में हुए धमाके ने बिहार सरकार को हिला कर रख दिया है. भागलपुर से लेकर पटना पुलिस मुख्यालय तक के अधिकारी दावा कर रहे हैं कि पटखा बनाने के दौरान ही यह हादसा हुआ है. मगर घटनास्थल के हालात कुछ और ही इशारा कर रहे हैं. पुलिस मुख्यालय ने भागलपुर एसएसपी को इस धमाके की हर एंगल से गहन जांच कर विस्तृत रिपोर्ट जल्द देने को कहा है. ADG लॉ एंड ऑर्डर संजय सिंह के मुताबिक, फौरी तौर पर यह बात सामने आई है कि धमाका पटाखे की फैक्ट्री में हुई है. लेकिन जिस तरह का विस्फोट हुआ है उससे कई तरह के सवाल खड़े हो गए हैं.
फिलहाल इसकी जांच भागलपुर पुलिस और FSL की टीम कर रही है. जरूरत पड़ने पर ATS भी जांच करेंगी. ADG लॉ एंड ऑर्डर संजय सिंह यह भी कहते हैं कि हाल के दिनों में भागलपुर और आसपास के जिलों में बमों का सिलसिलेवार तौर पर मिलना और विस्फोट होना चिंता पैदा कर रहा है.गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले भी भागलपुर में विस्फोट की घटनाएं हुई थीं, उस समय भी ATS को जांच करने की जिम्मेवारी दी गई थी. इस घटना की भी जांच ATS से कराई जाएगी. अगर स्थानीय थाना स्तर पर भी कोई गड़बड़ी हुई होगी तो उसकी भी जांच कराई जाएगी.
इस हादसे के बाद चर्चा का बाजार काफी गर्म है. भागलपुर से लेकर पटना पुलिस मुख्यालय तक के अधिकारी दावा कर रहे हैं कि पटखा बनाने के दौरान ही यह हादसा हुआ है. मगर घटनास्थल के हालात कुछ और ही इशारा कर रहे हैं. घायलों से बातचीत में भी पटाखे वाली बात स्पष्ट नहीं हो रही है. दूसरी तरफ स्थानीय सूत्र बता रहे हैं कि जिस लीलावती के घर में यह विस्फोट हुआ, उसके घर में हर वक्त 8 से 10 बोरा विस्फोटक रखा हुआ रहता है. जबकि पिछले 21 सालों से उसके पास पटाखा बनाने का कोई लाइसेंस नहीं है.
भागलपुर के DIG सुजीत कुमार ने IB की तरफ से किसी प्रकार के इनपुट मिलने की बात से साफ इनकार किया है. सुजीत कुमार के अनुसार विस्फोट के साथ-साथ मलबा में दबने से अधिकांश लोगों की मौत हुई है. शब्बे बारात और शादी के सीजन को लेकर अवैध रूप से पटाखा बनाने का काम चल रहा था और इसी दौरान विस्फोट हुआ. फिलहाल पूरे मामले की जांच रही है.