सिटीपोस्टलाई:एक पुलिसवाला एक बाईक चला रहा है.दूसरा पुलिस वाला पीछे बैठा है.आप सोचेगें इसमे क्या खास बात है.भई है ख़ास बात,जरा गौर से इस तस्वीर को देखिये. कौन बैठा है ईन दो पुलिसवालों के बीच में.बीच में बैठा है कैदी.जी हाँ ,उसके हाथ में बकायदा हथकड़ी भी लगी है.पुलिसवाले उड़ा कानून का मखौल -आपने देख लिया ये अद्भूत नजारा .
दरअसल ये नजारा है भोपुर जिले के आरा शहर का.पुलिस वाले कैदी को कोर्ट ले जा रहे हैं पेशी के लिए.आमतौर पर जब कैदी को कोर्ट ले जाने के लिए वाहन उपलब्ध नहीं होते हैं,तो पुलिस उन्हें कोर्ट में पेश ही नहीं करती.लेकिन जब कैदी माल देने को तैयार हो तो पुलिसवाले उसे इस तरह से मोटर साइकिल से भी जेल से कोर्ट पहुंचा सकते हैं.ऐसा नजारा आपको और कहीं केवल बिहार में देखने को मिलेगा.पुलिसवाले उड़ा कानून का मखौल -आपने देख लिया ये अद्भूत नजारा .
चंद रुपये के लिए जिस तरह से ये पुलिस वाले कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं,इसमे उनकी जान भी जा सकती है.कैदी भाग भी सकता है.उसके साथी पुलिसवालों को अपना निशाना भी बना सकते हैं.लेकिन ईन पुलिसवालों को पैसे के आगे खतरा भी कहाँ दीखता है जनाब.आये दिन वाहन चेकिंग अभियान यहीं पुलिस वाले चलाते आपको दिख जायेगें .अगर ऐसे मोटर साइकिल पर ट्रिपल सवार आप मिल जाएँ तो,ये धड पकड़ शुरू कर देगें.बिना नजराना लिए आगे नहीं बढ़ने देगें.लेकिन खुद कितने आराम से ट्रैफिक के नियमों की धज्जियाँ उड़ा रहे हैं.