थाने में जप्त स्पिरिट से बनाई गई थी जहरीली शराब.

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सिटी पोस्ट लाइव : छपरा में जहरीली शराब से हुई मौत की वजह पुलिस-प्रशासन की बड़ी लापरवाही है. जहरीली शराब को बनाने में थाने में जब्त स्पिरिट के इस्तेमाल की खबर सामने आ रही है. मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग की प्रारंभिक जांच में यह बातें सामने आई हैं.सूत्रों के अनुसार, मशरक थाने के मालखाने में रखी गई जब्त स्पिरिट के कंटेनर से ढक्कन गायब मिले हैं. ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि जब्त स्पिरिट को शराब धंधेबाजों को बेचा गया है. इसमें चौकीदार की मिलीभगत की बात भी सामने आ रही है. हालांकि पुलिस या उत्पाद अधिकारी इस बारे में कुछ भी बोलने से बच रहे हैं.

छपरा के उत्पाद अधीक्षक रजनीश कुमार के अनुसार मशरक थाना परिसर से स्पिरिट गायब होने का मामला उनके संज्ञान में नहीं है, लेकिन सभी थाने में जब्त कर रखी गई शराब और स्पिरिट की जांच की जा रही है. उसका सैंपल लिया जा रहा है.गौरतलब है कि शराबबंदी कानून में संशोधन के बाद जब्त शराब या स्पिरिट को तुरंत नष्ट करने का आदेश है. लेकिन पुराने मामलों में जब्त क गई शराब या स्पिरिट अब भी साक्ष्य के रूप में रखे हुए हैं. जिस थाना क्षेत्र से अवैध शराब या स्पिरिट की खेप पकड़ी जाती थी, वहां के मालखाने में प्रदर्श के रूप में इसे रखा गया है. आशंका जताई जा रही है कि इसी जब्त स्पिरिट का शराब माफिया जहरीली शराब बनाने में इस्तेमाल कर रहे हैं.

सारण जिले में जहरीली शराब से इसुआपुर, मशरक, अमनौर एवं मढ़ौरा में अब तक मरने वालों की संख्या 53 हो गई है. 35 से अधिक लोगों का उपचार सदर अस्पताल व निजी क्लीनिक में चल रहा है. जिलाधिकारी राजेश मीणा ने मादक पदार्थ के सेवन से 26 लोगों की मौत होने की पुष्टि की है. सारण में जहरीली शराब से मौत मामले की जांच के लिए मुख्यालय से गई दो सदस्यीय टीम शुक्रवार को अपनी रिपोर्ट सौंप सकती है. मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के संयुक्त आयुक्त कृष्णा पासवान और उप-सचिव निरंजन कुमार सारण के अलग-अलग इलाकों में पीडि़त परिवारों, ग्रामीणों और स्थानीय अधिकारियों से बात कर अपनी रिपोर्ट तैयार करेंगे. जांच के दौरान शराब के धंधेबाजों की भी जहरीली शराब से मौत की बात सामने आई है.

पुलिस ने मशरक एवं इसुआपुर में प्राथमिकी दर्ज कर चार शराब तस्करों को गिरफ्तार किया है. मशरक थानाध्यक्ष रितेश मिश्रा व चौकीदार विकेश तिवारी को निलंबित कर दिया गया है. मढ़ौरा के डीएसपी इंद्रजीत बैठा का स्थानांतरण करते हुए उनपर विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा गृह विभाग से की गई है. डीएम-एसपी ने आम लोगों से अपील की है कि जो भी लोग शराब संग्रहित कर रखे हैं, उसे नष्ट कर दें. जिला प्रशासन द्वारा सचेत व सक्रिय पदाधिकारी के नेतृत्व में टीम गठित की गई है, जो प्रभावित क्षेत्रों में घर-घर जाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं, ताकि बीमार लोग उपचार करा सकें.

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