पीएलएफआई का जोनल कमांडर गिरफ्तार, कारोबारियों से मांगता था रंगदारी

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सिटी पोस्ट लाइव, रांची: रांची पुलिस ने प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) के जोनल कमांडर परमेश्वर उर्फ प्रेम गोप को गिरफ्तार किया है। इसके पास से मोबाइल फोन बरामद किए गये हैं। रांची के एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि पीएलएफआई का जोनल कमांडर परमेश्वर गोप टाटीसिलवे थाना क्षेत्र में गुप्त तरीके से छिपा हुआ है। एसएसपी ने बताया कि वहीं से वह कुख्यात अपराधी सुजीत सिन्हा जो घाघीडीह जेल में बंद है तथा हरि तिवारी जो पलामू जेल में बंद है उनके लगातार संपर्क में रहकर उनके गुर्गों की सहायता से रांची के विभिन्न थाना क्षेत्रों में व्यवसायियों और जमीन कारोबारियों को जान मारने की धमकी देकर दहशत फैलाते हुए रंगदारी मांगने की योजना बनाता है। एसएसपी ने बताया कि सूचना के बाद सिटी एसपी सौरभ के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया टीम ने छापेमारी कर परमेश्वर ग्रुप को गिरफ्तार किया। उन्होंने कहा कि परमेश्वर गोप वन वृंदावन कंस्ट्रक्शन कंपनी व अखबार के मालिक अभय सिंह से रंगदारी मांगने और जान लेवा हमला कराने के मामले में भी संलिप्त था। इस मामले में गिरफ्तार परमेश्वर गोप ने स्वयं हथियार, गोली और ग्रनेड बम उपलब्ध कराया था। इस मामले में 17 अगस्त को गिरफ्तार अपराधियों रवि रंजन पांडेय, फिरोज, अमित और कुलदीप गोप ने पूछताछ में बताया था कि घाघीडीह जेल में बंद सुजीत सिन्हा के कहने पर परमेश्वर गोप के द्वारा उन्हें कारबाइन, गोली और हैंड ग्रेनेड उपलब्ध कराई गई थी।
 गुमला जिला से भेजा गया था 5 लाख इनाम का प्रस्ताव
गिरफ्तार परमेश्वर गोप पर इनाम के लिए प्रस्ताव भेजा गया था। यह प्रस्ताव हाल के दिनों में गुमला जिला से भेजा गया था। गुमला एसपी ने 5 लाख तक इनाम होने का अनुमान लगाया था। हालांकि, अभी तक इनाम के कागजात पर मुहर नहीं लगा था। जिस कारण गिरफ्तार परमेश्वर गोप पर इनाम की घोषणा नही हुआ था।
 गुमला जिला में दर्ज है परमेश्वर गोप के खिलाफ 27 मामले
एसएसपी ने कहा कि गिरफ्तार परमेश्वर गोप के खिलाफ गुमला जिला में कुल 27 मामले दर्ज है। सबसे ज्यादा 11 मामला गुमला थाना में दर्ज है। उसके बाद पालकोट में 8 , बसिया थाना में 7 और रायडीह थाना में एक मामला दर्ज है। इसमें नक्सल, आर्म्स एक्ट, हत्या, रंगदारी समेत अन्य मामले शामिल है।
 छापेमारी टीम में ये थे शामिल
छापेमारी टीम में कोतवाली डीएसपी अजित कुमार विमल, साइबर डीएसपी यशोधरा, कोतवाली इंस्पेक्टर बृज कुमार, कोतवाली थाना के एसआई बृजेश कुमार, एएसआई बलेंद्र कुमार, प्रवीण तिवारी, नवीन कुमार तिवारी समेत अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे।
सुशील श्रीवास्तव का खास शूटर था सुजीत सिन्हा
हजारीबाग कोर्ट में मारे गए गैंगस्टर सुशील श्रीवास्तव के खास सूत्रों में सुजीत सिन्हा की गिनती होती थी सुजीत सिन्हा ने सुशील की मौत का बदला लेने के लिए भोला पांडे गिरोह के सरगना विकास तिवारी की हत्या की साजिश भी रखी थी ।सुजीत सिन्हा ने ही अपराधी लवकुश शर्मा के जरिए इंजीनियर समरेंद्र प्रताप सिंह को मारने की साजिश रची थी। पलामू रांची समेत अन्य उसके खिलाफ दर्जनों अपराधिक कांड दर्ज है। जमशेदपुर के धागे डिजाइन में उम्र कैद की सजा काट रहे गैंगस्टर सुजीत सिन्हा का गैंग झारखंड पुलिस को लगातार चुनौती दे रहा है सुजीत सिन्हा के खिलाफ आर्म्स एक्ट,
रंगदारी और हत्या सहित अन्य केस दर्ज है।
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