PIB की टीम ने शुरू कर दिया है ब्रजेश ठाकुर के तीन अखबारों की जांच

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सिटी पोस्ट लाइव : ब्रजेश ठाकुर पर सरकारी शिकंजा कसना शुरू हो गया है  ब्रजेश ठाकुर के सारे आर्म्स लाइसेंस रद्द करने के बाद अब उसके अखबार की मान्यता रद्द करने की बारी है. ब्रजेश ठाकुर के अखबार की जांच के लिए पीआइबी की टीम मुजफ्फरपुर पहुँच गई है. कितना अख़बार निकलता था और सरकारी रिकॉर्ड में कितना दिखाया जाता था इसकी जाँच चल रही है. ब्रजेश ठाकुर के तीन अखबार प्रात: कमल, न्यूज़ नेक्स्ट  और हालात-ए-बिहार उर्दू अखबार की जांच शुरू की गई है.बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित बालिका गृह में यौन उत्पीड़न की घटना सामने आने के बाद किंगपिन ब्रजेश ठाकुर के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी है.

गौरतलब है कि ब्रजेश के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसके हथियारों के लाइसेंस रद्द कर दिये गये हैं. इस कड़ी में ब्रजेश के तीन अखबारों पर भी शिकंजा कसना शुरू हो गया है. सोमवार को मुजफ्फरपुर स्थित ब्रजेश के प्रिटिंग प्रेस जहां से अखबार निकलते हैं कि जांच शुरू की गई. सोमवार को मुजफ्फरपुर स्थित ब्रजेश के प्रिटिंग प्रेस जहां से अखबार निकलते हैं कि जांच शुरू की गई.

उसके दो अखबार के संपादक बेटा और बेटी हैं जबकि फरार चल रही ब्रजेश की राजदार मधु उर्दू अखबार हालात-ए-बिहार की संपादक है.  उसके दो अखबार के संपादक बेटा और बेटी हैं जबकि फरार चल रही ब्रजेश की राजदार मधु उर्दू अखबार हालात-ए-बिहार की संपादक है. पीआईबी के निदेशक दिनेश कुमार, संजय कुमार उपनिदेशक और ऑडिटर मिथिलेश कुमार जांच के लिए मुजफ्फरपुर पहुंचे. जांच टीम ने अखबार के सर्कुलेशन, छपाई, प्रबंधन से लेकर पाठकों के बीच जाकर पूरे तथ्यों की जानकारी ली है.जांच टीम इस बात की जानकारी जुटा रही है कि आखिर पांच सौ से भी कम प्रति छपने के बावजूद 62 हजार से अधिक सर्कुलेशन दिखाकर कैसे विज्ञापन लिया जा रहा था. जांच टीम समस्तीपुर भी जायेगी. उर्दू अखबार हालात-ए बिहार को समस्तीपुर से ही प्राकशित करने का दावा किया जाता रहा है

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