कैमूर में नाबालिग लड़की हत्या से भड़के लोगों ने फूंक दिया थाना, डीएसपी को किया अधमरा

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कैमूर में नाबालिग लड़की हत्या से भड़के लोगों ने फूंक दिया थाना, डीएसपी को किया अधमरा

सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के कैमूर में एक नाबालिग की हत्या के बाद हुए बवाल से फिर से लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल खड़े कर दिए हैं. एससी/एसटी समुदाय से आने वाली छात्रा की संदेहास्पद मौत को लेकर भड़के लोगों ने देखते ही देखते थाना को फूंक दिया.थाने पर लोगों ने हमला कर करीब एक दर्जन पुलिसवालों को पीट डाला. भीड़ के हत्थे जो भी चढ़ा वो पिट गया. एक डीएसपी भी लोगों के हत्थे चढ़ गया.लोगों ने उसे पीट-पीट कर अधमरा कर दिया जिसका ईलाज बनारस में चल रहा है. इस घटना को जातिगत रंग देने की भी पूरी कोशिश की गई. घटना के बाद से अभी भी इलाके में तनाव व्याप्त है. पुलिस को मृतका के पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार है. इस घटना के बाद सीएसपी का संचालक भी फरार है ऐसे में रेप की आशंका सच्चाई की ओर इशारा करने लगी है.

खबर के अनुसार रामगढ़ थाने के बढोल गावं की एक दलित लड़की शशिकला के बैंक अकाउंट से शाखा के कर्मचारी ने चार हजार रुपये धोखे से निकाल लिया. जब लड़की ने थक हारकर थाने में मामला दर्ज कराया तो आरोपी के खिलाफ कारवाई करने की बजाय थानेदार ने आरोपी को बता दिया. आरोपी ने दलित लड़की को डरा धमाका कर उसे अपने साथ मामला वापस लेने के लिए थाने लेकर चला गया. वहां केस वापस लेने के बाद लड़की गायब हो गई. उसकी लाश थाने से 24 किलो मीटर दूर रेल लाइन पर मिली तो हंगामा मच गया.   लोगों का आक्रोश तब और भी भड़क गया जब पुलिस ने इस हत्या को आत्म-हत्या साबित करने की कोशिश शुरू कर दी.

हत्या को आत्म-हत्या साबित करने की कोशिश से भड़के लोगों ने थाने पर हमला कर दिया. पुलिस के साथ हिंसक झड़प हो गई. लोगों ने वहां मौजूद डीएसपी की जमकर पिटाई कर दी और थाने को आग के हवाले कर दिया.युवती की मौत के बाद चार से पांच हजार की संख्या में लोगों की आक्रोशित भीड़ ने बाजार में पथराव किया और थाने को फूंक दिया. पुलिस के मुताबिक थाने के मालखाने और परिसर में लगी 87 गाड़ियों को भीड़ ने जला दिया. हालात ऐसे थे कि पुलिस को अपनी जान बचाने के लिए न केवल पीछे हटना पड़ा बल्कि फायरिंग भी करनी पड़ी.

लोगों को आरोप है कि रामगढ़ थाना क्षेत्र के एक गांव की दलित समुदाय से आने वाली छात्रा की रेप के बाद हत्‍या कर दी गई और उसे मोहनिया रेल ट्रैक पर मरने के लिए फेंक दिया गया. ग्रामीणों के हमले में मोहनियां डीएसपी रघुनाथ सिंह बुरी तहर से घायल हैं जिनकी पिटाई का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. मामले की जांच के लिए स्थानीय डीआईजी राकेश राठी समेत जिलाधिकारी भी पहुंचे. इस प्रकरण में अभी कुछ लोगों की गिरफ्तारी हुई है जबकि करीब 85 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर किया गया है.

अब यह मामला राजनीतिक तूल पकड़ने लगा है. राजनीतिक द जनतांत्रिक विकास पार्टी के राष्ट्रिय अध्यक्ष अनिल कुमार ने पीड़ित परिवार से मिलने के बाद पुलिस पर हत्या को आतम-हत्या साबित करने का गंभीर आरोप पुलिस पर लगा दिया है. उनका आरोप है कि पीड़ित परिवार से जब वो मिलकर लौट रहे थे तो पुलिस ने उनके साथ उनके सैकड़ों कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया. घंटो बाद छोड़ा. अनिल कुमार ने आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर तीन दिन बाद आन्दोलन तक की धमकी दे डाली है.

जाहिर है चुनाव का मौसम है, ऐसे में यह मामला राजनीतिक तूल पकड़ने लगा है. शुरुवात अनिल कुमार ने की है. अब पप्पू यादव भी आज दिल्ली से पटना पहुँच रहे हैं. सूत्रों के अनुसार पप्पू यादव भी पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे हैं.अब यह मामला राजनीतिक तूल पकड़ने लगा है.RJD नेता तेजस्वी यादव ने भी नीतीश सरकार में दलितों पर अत्याचार करनेवालों को बचाने का आरोप लगा दिया है.

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