पटना के अस्पताल में महिलाई की सरेआम पिटाई ,पुलिस ने नहीं की कोई कारवाई

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पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है.लेकिन अभीतक आरोपी कंपाउडर के खिलाफ कोई कारवाई नहीं हुआ है.थाना प्रभारी का कहना है कि स्प्ताल में लगे सीसीटीवी के फूटेज को देखने के बाद ही मामला सामने आएगा.जाहिर है पुलिस पहले जांच करने के बहाने कंपाउडर  को फ्री छोड़ दिया है.सवाल ये उठता है कि क्या अगर आरोप लगनेवाली महिला किसी बड़े घर की होती तब भी पुलिस कंपाउडर के खिलाफ सीसीटीवी देख लेने के बाद ही कारवाई करती .

सिटी पोस्ट लाईव : पटना के अस्पताल गुंडागर्दी के अड्डा बनते जा रहे हैं.जब कोई मरीज किसी डॉक्टर को लापरवाही के आरोप में पिट देता है तो देश भर के डॉक्टर हड़ताल पर उतर जाते हैं.लेकिन जब वो गुंडागर्दी करें तो कोई पूछनेवाला नहीं.राजधानी पटना के कंकर्बघ के एक निजी अस्पताल में अपने ससुर का ईलाज करवा रही महिला की सरेआम अस्पताल में पिटाई कर दी गई.पुलिस ने मामला भी दर्ज कर लिया लेकिन जब कारवाई की बात आई तो पुलिस पहले जाँच करने की बात करने लगी है.

महिला ने बताया कि कंकरबाग थाना के राजेंद्र नगर ओवर ब्रिज के पास के एक अस्पताल में उसका ससुर का पिछले 6 महीने से ईलाज चल रहा है.मंगलवार को जब महिला मरीज का स्लिप लेकर कंपाउडर के पास पहुंची कुछ जानकारी लेने तो उसने उनका हाथ झटक दिया.जब उन्होंने कहा कि ऐसा क्यों कर रहे हैं, कंपाउडर ने हाथ चला दिया.इतना ही नहीं उसने महिला के कपडे तक फाड़ डाले और जमकर पिटाई कर दी.ये सबकुछ अस्प्ताक के डाक्टरों और मरीजों के सामने हुआ .लेकिन किसी ने महिला की मदद नहीं की.लेकिन अस्पताल प्रबंधन का आरोप है कि महिला ने ही कंपाउडर का कालर पकड़ लिया.अगर इसे सच भी मान लें तो क्या कंपाउडर को उसे पीटने का हक़ मिल जाता है.

पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है.लेकिन अभीतक आरोपी कंपाउडर के खिलाफ कोई कारवाई नहीं हुआ है.थाना प्रभारी का कहना है कि स्प्ताल में लगे सीसीटीवी के फूटेज को देखने के बाद ही मामला सामने आएगा.जाहिर है पुलिस पहले जांच करने के बहाने कंपाउडर  को फ्री छोड़ दिया है.सवाल ये उठता है कि क्या अगर आरोप लगनेवाली महिला किसी बड़े घर की होती तब भी पुलिस कंपाउडर के खिलाफ सीसीटीवी देख लेने के बाद ही कारवाई करती .

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