पटना के एसएसपी मनु महाराज से ओलेक्स से कार खरीदनेवाला व्यक्ति मिला.उसकी शिकायत थी कि उसने कार तो खरीद ली .लेकिन गाडी का जब पेपर और आरसी माँगा तो डुप्लीकेट आरसी और पेपर दे दिया गया.जब उसने ओरिजिनल माँगा तो मना कर दिया.गाडी वापस लेने को भी तैयार नहीं.
सिटीपोस्टलाईव:अगर आप ओलेक्स से गाड़ियाँ खरीदते हैं या फिर खरीदने की सोंच रहे हैं तो सावधान !आप गाडी तो अपनी मेहनत की कमाई से खरीदेगें .लेकिन आपको जेल जाना पड़ सकता है चोरी की कार पर चढ़ने के आरोप में . .क्योंकि ये गाड़ियाँ चोरी की हो सकती हैं.पटना पुलिस ने गुरुवार को ओलेक्स के जरिये चोरी की गाड़ियाँ खरीदने और बेचने के रैकेट का पर्दाफाश किया है.पटना के एसएसपी मनु महाराज से ओलेक्स से कार खरीदनेवाला व्यक्ति मिला.उसकी शिकायत थी कि उसने कार तो खरीद ली .लेकिन गाडी का जब पेपर और आरसी माँगा तो डुप्लीकेट आरसी और पेपर दे दिया गया.जब उसने ओरिजिनल माँगा तो मना कर दिया .गाडी वापस लेने को भी तैयार नहीं. और ओरिजिनल पेपर भी देने को तैयार नहीं है .एसएसपी ने जांच पड़ताल शुरू की.
पुलिस जांच पड़ताल के दौरान इस नतीजे पर पहुंची कि पटना जंक्शन के पार्किंग में चोरी की गाड़ियाँ पार्क की जाती हैं.फिर ओलेक्स के जरिये उनका विज्ञापन दिया जाता है.ग्राहक फंस गया तो यहीं पर उसे गाडी दिखाकर बेंच दिया जाता है.पुलिस ने इस गिरोह के सरगना आलोक को जब दबोचा तब जाकर राज खुला.पटना जंक्शन से 6 चोरी की गाड़ियाँ बरामद हुईं.पुलिस आलोक से पूछताछ कर ओलेक्स के जरिये चोरी की गाड़ियाँ खरीदने और बेंचने के रैकेट के पर्दाफाश में जुटी हुई है.
लेकिन पकड़ा गया आलोक अपना अपराध कबूल करने को तैयार नहीं.उसने सफाई देते हुए कहा कि उसने सभी गाड़ियाँ डीलर के माध्यम से खरीदा है.उसका कहना है कि महिंद्रा फाइनेंस और टाटा फाइनेंस से लोन करवा कर खरीदा है.उसे नहीं पता कि ये गाड़ियाँ चोरी की हैं.उसकी पत्नी ने सभी गाड़ियों के कागजात भी पुलिस को सौंप दिया है.अब सवाल ये उठता है कि क्या पटना पुलिस ने एक बेक़सूर को वहां चोर गिरोह का सरगना बना दिया फिर अपने को बचाने के लिए आरोपी द्वारा ये प्रपंच रचा जा रहा है.फिलहाल पुलिस भी इस बारे में कुछ बताने की स्थिति में नहीं है.अब वह गाड़ियों की जांच करने की बात कर रही है.लेकिन फिर तो और भी बड़ा सवाल खड़ा होगा.क्या जल्दबाजी में वगैर गाड़ियों के जांच के ही चोरी की गाड़ियाँ घोषित कर दी ? क्या ओलेक्स के जरिये वाहन बेचे जाने के आरोप में जिस सख्श को पकड़ा गया है.मीडिया में जिसे कार चोर गिरोह का सरगना बताया गया है ,वह निर्दोष भी निकल सकता है ?