सिटी पोस्ट लाइव: बिहार के बालिका गृहों में यौन शोषण के मामलों में पटना हाईकोर्ट ने भी स्वतः संज्ञान ले लिया है. मीडिया में आ रही रिपोर्ट के आधार पर पटना हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है. इस मामले की सुनवाई गुरुवार को जस्टिस डॉ रविरंजन की अध्यक्षता वाली खंडपीठ में होगी. सूत्रों के अनुसार इसमें बिहार सरकार को अपना पक्ष रखने के लिए कहा गया है. इतना ही नहीं, सुनवाई में इस मामले की सीबीआई जांच कराने जैसे मुद्दे पर भी चर्चा हो सकती है.
मुजफ्फरपुर बालिका गृह में बंद बच्चियों के यौन शोषण व रेप का मामले को लेकर बिहार की राजनीति गरमाई हुई है. बिहार विधानसभा से लेकर लोकसभा तक में इस मामले को लेकर हंगामा हो रहा है.इस मामले की सीबीआई जांच कराने को केंद्र सरकार यार है, लेकिन बिहार सरकार ने बिहार पुलिस की जांच को ही पर्याप्त बता दिया है. बिहार के डीजीपी ने कहा है कि मामले की जांच से वो संतुष्ट हैं और इसकी सीबीआई से जांच कराने की कोई जरुरत उन्हें महशुस नहीं होती .लेकिन विपक्ष हाईकोर्ट की निगरानी में सीबीआई जांच की मांग पर अड़ा हुआ है. बुधवार को पटना हाईकोर्ट ने इसी मामले पर संज्ञान लिया है.
गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर बालिक गृह कांड में 29 बच्चियों के साथ यौन उत्पीड़न की सनसनीखेजखुलासा हुआ है. अभीतक बालिका गृह से 8 लड़कियों के गायब हो जाने के मामले ने और चिंता बढ़ा दी है. बालिका सृधार गृह में मानसिक और शारीरिक यातनाएं दिए जाने का भी खुलासा चिंताजनक है. सात साल की बच्ची तक को दरिंदों ने नहीं छोड़ा है.छोटी छोटी बच्चियों को नशे का इंजेक्शन देकर उनके साथ बेहोशी की हालत में सेक्स किये जाने का मामला हिला देनेवाला है.जैसे-जैसे यह मामला जांच में आगे बढ़ रहा है, दरिंदों की हरकतें भी सामने आ रही हैं.