कार में बैठते ही चार अपराधियों ने श्रीकांत कुमार को कब्जे में ले लिया .चाकू के बल पर ही अपराधियों ने उनकी बलेनो अल्फा कार, 61 हजार रुपए कैश, एक आईफोन और एटीएम कार्ड लूट लिया है. सबसे ख़ास बात ये लूटकांड सचिवालय थाना से कुछ ही फर्लांग की दूरी पर हुआ है.पुलिस सीसीटीवी खंगाल चुकी है लेकिन ऐसी कोई तस्वीर नजर नहीं आई है.फिरहाल इसे संदिग्ध मामला मानकर जांच जारी है.
सिटी पोस्ट लाईव : बिहार की राजधानी पटना में अपराधी किस तरह से बेख़ौफ़ हो गए हैं इसका अंदाजा शनिवार की रात साधे ग्यारह बजे श्रीकांत कुमार को हुआ. कंस्ट्रक्शन कंपनियों के मेटेरियल सप्लायर श्रीकांत कुमार अपने दोस्त प्रकाश कुमार के साथ मौर्या कॉम्प्लेक्स से घर जाने के लिए निकले थे. श्रीकांत की मानें तो भिखारी ठाकुर पुल के पास वो कार को रोड के किनारे पार्क कर टॉयलेट के लिए गए. वापस लौटने के बाद कार में बैठते ही चार अपराधियों ने उन्हें कब्जे में ले लिया .चाकू के बल पर ही अपराधियों ने उनके सारे पैसे और कार लूट ले गए .श्रीकांत के अनुसार चाकू के बल पर अपराधियों ने उनकी बलेनो अल्फा कार, 61 हजार रुपए कैश, एक आईफोन और एटीएम कार्ड लूट लिया है. सबसे ख़ास बात ये लूटकांड सचिवालय थाना से कुछ ही फर्लांग की दूरी पर हुई है.
लूट की वारदात शनिवार की रात साढ़े ग्यारह बजे हुई लेकिन सप्लायर एफआईआर दर्ज कराने के लिए सचिवालय थाना पहुंचा रविवार को.इस लूट कांड की कहानी सुनकर पुलिसवालों के होश उड़ गए. पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया है .लेकिन पुलिस इस लूटकांड की कहानी को शक की नजर से देख रही है.पुलिस का कहना है कि लूट के तुरंत बाद श्रीकांत को इस बारदात की जानकारी सचिवालय थाने की पुलिस को देनी चाहिए थी.लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया . रविवार की सुबह कंप्लेन दर्ज कराने के लिए थाना पहुंचे. पहले तो थाने ने मामला दर्ज कर देने से ही मना कर दिया लेकिन एसएसपी के हस्तक्षेप पर मामला दर्ज हो गया है.
एसएसपी के अनुसार मामले की जांच करते हुए आसपास के सीसीटीवी कैमरे को खंगाला गया है. लेकिन फुटेज में वारदात से संबंधित कोई ठोस सबूत नहीं मिले. यहां तक की बताए गए समय के अनुसार श्रीकांत की कार भी जाते हुए नहीं दिखी है.संभव है जांच के दौरान पुलिस को सच्चाई सामने लाने के लिए शिकायतकर्ता के साथ भी सख्ती करनी पद सकती है.