दुष्कर्म पीडिता को पंचायत ने सुना दी है तुगलकी सजा.
सिटी पोस्ट लाइव : मुजफ्फरपुर में एक दुष्कर्म पीडिता लड़की के साथ घोर अन्याय हो रहा है. इस लड़की के साथ गावं के कुछ दबंगों ने अपना मुंह काला किया.जब लड़की गर्भवती हो गई तो पंचायत ने सच्चाई जानने के बाद उसे न्याय दिलाने की जगह तुगलकी सजा सुना दी. पंचायत ने पीडिता कको अपना बच्चा बेंच देने का फरमान सुना दिया.पंचायत ने फैसला सुना दिया कि जबतक वह अपने नव्जार बच्चे को बेचेगी नहीं, समाज में उसे रहने का हक़ नहीं है.
पंचायत के फरमान के अनुसार बच्चा बेंचने के बाद ही पीड़ित लड़की गावं समाज में रह सकती है. अगर वह ऐसा नहीं करती है तो उसे समाज और गावं में रहने का कोई हक़ नहीं है.पंचायत के इस फरमान से पीड़ित लड़की के परिजन दहशत में हैं.
खबर के अनुसार 10 माह पूर्व एक नाबालिग से बलात्कार हुआ था.गांव के ही एक शिक्षक ने उसे अपने हवस का शिकार लगातार कई महीनों तक बनाया. जब नाबालिक गर्भवती हो गई तो उसने उससे नाता तोड़ लिया..लड़की पर ही गलत आरोप लगा दिया.मामला महिला थाने में भी पहुंचा लेकिन कोई कारवाई नहीं हुई. 1 माह पूर्व जब दुष्कर्म पीड़िता ने एक लड़के को जन्म दिया तो पंचायत बैठी और तुगलकी फरमान सूना दिया.
पीड़ित के परिजनों ने फिर से पुलिस में गुहार लगाईं है.एसएसपी कारवाई की बात भी कर रहे हैं.लेकिन अभीतक न तो दुष्कर्म का आरोपी गिरफ्तार हो सका है और ना ही तुगलकी फरमान सुनानेवाली पंचायत के खिलाफ कोई कारवाई हुई है.पीड़ित लड़की के परिजनों की मांग है कि पंचायत उनकी बेटी से दुष्कर्म करनेवाले पर उसे स्वीकार करने के लिए दबाव बनाए लेकिन पंचायत तो आरोपी को ही बचाने में लगी है.
सबसे ख़ास बात ये है कि पंचायत ने इस नवजात शिशु की कीमत भी तय कर दी है.बच्चे की कीमत ₹20000 तय किया गया है. लेकिन अभीतक कोई खरीददार सामने नहीं आया है. पूरे मामले को एसएसपी जयंत कांत ने काफी गंभीरता से लिया है और न्याय दिलाने का भरोसा भी दिया है.एसएसपी का कहना है कि पंचायत को किसी के सामाजिक बहिष्कार का कानूनी अधिकार नहीं है. ऐसा करनेवालों के खिलाफ पुलिस कारवाई करेगी.