सिटी पोस्ट लाइव :बिहार के नवादा के SP डॉ. गौरव मंगला मुश्किल में हैं. थाना के हाजत में 5 पुलिस पदाधिकारियों को बंद किए जाने के मामले में उनके खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया गया है.कमजोर वर्ग के ADG अनिल किशोर यादव ने मगध रेंज के IG को अविलंब इस मामले में एक FIR दर्ज करने का निर्देश दिया है. इस मामले में क्या कार्रवाई की गई है, इस बारे में भी 7 दिनों के अंदर रिपोर्ट देने का आदेश दिया है.
इस संबंध में कमजोर वर्ग के ADG की तरफ से बुधवार को एक आदेश जारी किया गया है. इस मामले में बिहार पुलिस एसोसिएशन के एक डेलिगेट ने ADG से मुलाकात कर नवादा SP के खिलाफ शिकायत की थी. पुलिस पदाधिकारियों को थाना हाजत में बंद किए जाने का सबूत पेश किया था. IPC की धारा 341/342 और 3(2)(va)SC-ST एक्ट (अत्याचार निवारण) अधिनियम 1989 के तहत। एसोसिएशन के महामंत्री कपिलेश्वर पासवान की तरफ से किए गए शिकायत को कमजोर वर्ग के ADG ने बेहद गंभीरता से लिया है.
गौरतलब है कि 8 सितंबर की रात SP डॉ. गौरव मंगला केस का रिव्यू करने टाउन थाना पहुंचे थे. रिव्यू के दौरान उन्हें कई तरह की खामियां मिली. इसके बाद ही वो नाराज हुए.फिर वहां पोस्टे पांच पुलिस पदाधिकारियों को थाना हाजत में बंद करवा दिया. जिसमें SI शत्रुघ्न पासवान, रामपरेखा सिंह, ASI संतोष पासवान, संजय सिंह और रामेश्वर उरांव शामिल थे. इनमें दो ASI SC-ST और एक आदिवासी हैं.
9 सितंबर को बिहार पुलिस एसोसिएशन के माध्यम से यह मामला सामने आया. शाम होते-होते थाना में लगे CCTV का फुटेज भी सामने आया गया था. हालांकि, उस दरम्यान SP से जब इस बारे में पूछा गया तो वो अपने उपर लगे आरोपों को खारिज कर गए थे. एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय सिंह ने इस मामले में सरकारी नियमों का हवाला देते हुए निष्पक्ष जांच करोन की मांग की थी. उन्होंने सबसे पहले SP को ही नवादा से हटाने की मांग कर दी थी.