सिटी पोस्ट लाइव :पटना के फुलवारीशरीफ में देश विरोधी षडयंत्र मामले की जांच में जुटी एनआइए की टीम ने जांच तेज कर दिया है.आज गुरुवार की सुबह से ही टीम कई जिलों में छापेमारी क्र रही है. पटना के साथ दरभंगा, नालंदा और मोतिहारी में एनआइए की टीम पकड़े गए संदिग्धों नूरुद्दीन जंगी, अतहर परवेज और अन्य आरोपितों के ठिकानों की तलाशी ली जा रही है. नुरुद्दीन जंगी के घर से एनआइए की टीम कुछ कागजात ले गई है.
पटना के फुलवारीशरीफ स्थित गुलिस्तान मोहल्ले में अतहर परवेज के घर पर भी गुरुवार की सुबह से एनआइए की रेड शुरू हो गई.कड़ी सुरक्षा के बीच यह छापेमारी घंटों चली. इस घर से किसी को न बाहर जाने दिया गया और ना ही बाहर से किसी को अंदर आने दिया गया. एनआइए की टीम ने अतहर के घर का कोना-कोना खंगाला. अतहर परवेज एसडीपीआइ से जुड़ा है. पूर्व में वह सिमी से जुड़ा था.नालंदा जिले के बिहारशरीफ मुख्यालय के सोहसराय थाना क्षेत्र के महुआ टोला, लहेरी थाना क्षेत्र के कटरा पर एवं बिहार थाना क्षेत्र के ही गढ़पर मोहल्ले में भारी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी में एनआईए की टीम छापेमारी कर रही है. जिन ठिकानों पर यह छापेमारी की जा रही है ये सभी एसडीपीआई से जुड़े हैं. करीब तीन घंटे तक यह छापेमारी चली.पटना पुलिस की टीम ने रिटायर्ड दारोगा जलालुद्दीन के घर में चल रहे एसडीपीआइ के कार्यालय में रेड की थी. वहां से अतहर परवेज को गिरफ्तार किया गया.
गिरफ्तारी के बाद पटना पुलिस और एटीएस की टीम ने पूछताछ की और साक्ष्य जुटाए तो यहां से बड़े षडयंत्र का पोल खुला. देश को इस्लामिक राष्ट्र बनाने के लक्ष्य के साथ ये लोग काम कर रहे थे. देश में जातीय विद्वेष पैदा करने की साजिश थी. इस षडयंत्र के तार कई देशों से जुड़े होने के साक्ष्य मिलने के बाद एनआइए ने 22 जुलाई को जांच की जिम्मेदारी अपने हाथों में ली. तब से संदिग्धों से कई बार पूछताछ की जा चुकी है. उनसे कई अहम सुराग मिले हैं.