सिटी पोस्ट लाईव : बिहार में व्यापारियों की जान पर आफत आई हुई है. हर आये दिन कहीं न कहीं कोई व्यापारी अपराधियों के निशाने पर आ रहे हैं. लगातार व्यवसायियों की हो रही हत्या से नाराज व्यापारी अब सड़क पर उतरने को मजबूर हो गए हैं. नौबतपुर में दवा कारोबारी की हत्या के विरोध में सातवें दिन बुधवार को मुंह पर काली पट्टी बाधकर व्यवसायियों ने मौन जुलूस निकाला. जुलूस शिव मंदिर प्रागण से शुरू होकर बिचली बाजार होते हुए गाधी चौक पर आया. गांधी चौक पर व्यापारियों ने सभा कर आरोप लगाया कि हाल के दिनों में नेता- अपराधी गठजोड़ सामने आ रहे हैं. व्यापारी निशाना बनाए जा रहे हैं. अब यह सिलसिला रुकना चाहिए नहीं तो व्यापारी भी चुप नहीं बैठेगें. इस दौरान व्यवसायियों ने सरकार और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.उनका सीधा आरोप था कि नेता अपराधियों को संरक्षण दे रहे हैं.
पुलिस सूत्रों की मानें तो दवा व्यवसायी दीपू हत्याकाड को चेचौल निवासी मुचकुंद गिरोह ने अंजाम दिया है. घटना में नौ अपराधियों के शामिल होने की बात सामने आई है. घटना रंगदारी वसूलने को लेकर दहशत, खौफ और डर फैलाने के उद्देश्य से की गई .पुलिस भी हत्या की वजह व्यापारियों के बीच रंगदारी वसूलने के लिए दहशत फैलाना मान रही है. पुलिस के अनुसार इस हत्या के मामले में पकडे गए तीन अपराधियों ने यह खुलासा किया है कि रंगदारी वसूलने के लिए दहशत फैलाने के लिए ही उन्होंने इस हत्या की बारदात को अंजाम दिया है..
गौरतलब है कि 20 जून को नौबतपुर बाजार स्थित रागिनी मेडिकल हॉल के मालिक दीपू की उस समय हत्या कर दी गई थी, जब वो अपनी दुकान बंद कर घर जा रहे थे. पूर्व से घात लगाए अपराधियों ने अंधेरे का लाभ उठाते हुये उन्हें करीब से गोली मार कर उनकी हत्या कर दी थी. घटना को अंजाम देने में दो बाइक पर सवार 06 अपराधी शामिल थे. इसमें मुचकुंद, नीरज नेपाली (भोजपुर), सोनू उर्फ रौशन, अमित, दीपक और गुड्डू के शामिल होने की बात सामने आयी है.