सिटी पोस्ट लाइव: बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित बालिका गृह में हुए रेपकांड कांड में रोज नए खुलासे हो रहे हैं. अब एक नया खुलासा ये हुआ है कि सीबीआई जांच शुरू होते ही मामले से जुड़े सबूत को छिपाने की कोशिश शुरू हो गई है.मुजफ्फरपुर के स्वास्थ्य विभाग में बालिका गृह के बच्चियों के स्वास्थ्य जांच संबंधी रिपोर्ट गायब हो गए हैं. गौरतलब है कि बालक और बालिका दोनों गृह में रहने वाले 18 साल से कम के बच्चे और बच्चियों के स्वास्थ्य की जांच सप्ताह में दो बार सरकारी डॉक्टरों द्वारा किये जाने का प्रावधान है. माना जा रहा है कि सीबीआई जांच शुरू होने के बाद बालिका गृह से संबंधित दस्तावेज को खत्म करने की कोशिश की जा रही है.
गौरतलब है कि सामाजिक सुरक्षा कोषांग विभाग के अधिकारी अब तक दावा करते रहे हैं कि सिविल सर्जन से लेकर डॉक्टर तक बालिका गृह में निरीक्षण के साथ ही स्वास्थ्य जांच के लिए जाते थे. लेकिन सच्चाई ये है कि 2013 से लेकर 2018 तक बालिका गृह में जांच के लिए गए सरकारी डॉक्टरों के नाम ही रिकॉर्ड से गायब हैं.सिविल सर्जन डॉ शिवचन्द्र भगत के मुताबिक, कार्यालय में पूरी छानबीन के बाद भी इस मामले में किसी प्रकार की जानकारी उपलब्ध नहीं है. सिविल सर्जन के मुताबिक, एनजीओ के द्वारा बाहर से किसी डॉक्टर से बच्चियों की जांच कराई जाती थी.
सिविल सर्जन कार्यालय में बालक गृह के बच्चों के स्वास्थ्य जांच संबंधी रिपोर्ट मौजूद है. जाहिर है कि सामाजिक सुरक्षा कोषांग के निर्देश का सिविल सर्जन कार्यालय ने पालन नहीं किया. जाहिर है सीबीई जांच से पहले स्वास्थ्य विभाग सब कुछ ठीक है साबित करने की कोशिश में जुटा है. लेकिन सामाजिक सुरक्षा कोषांग के अधिकारी दावा कर रहे हैं कि सिविल सर्जन से लेकर सरकारी डॉक्टर बालिका गृह पहुंचते थे.
माना जा रहा है कि ब्रजेश ठाकुर सरकारी डॉक्टरों को प्रभाव में लेकर बालिका गृह की लड़कियों की मेडिकल जांच रिपोर्ट अपने मन के मुताबिक़ बनवाते रहे. लेकिन इस ताजे खुलासे से 2013 से 2018 के बीच रहे सिविल सर्जन से लेकर उन डॉक्टरों की परेशानी बढ़ सकती है जो बालिका गृह जाकर स्वास्थ्य जांच कर रहे थे. दस्तावेजों में डॉक्टरों के निरीक्षण नहीं करने की रिपोर्ट जांच एजेंसी को देने पर भी स्वास्थ्य विभाग की भूमिका संदेह के घेरे में आयेगी. सवाल तो उठेगा ही कि विभागीय आदेश से बालक गृह की जांच की गई और बालिका गृह की लड़कियों की स्वास्थ्य जांच क्यों नहीं की गई ?