सिटी पोस्ट लाईव ; माता भी कु-माता हो सकती है.बिहार में तो एक माता के मज़बूरी में कु-माता बन जाने की सनसनी कहानी सामने आई है.यह कहानी दिल दहला देनेवाली है.आर्थिक टंगी से परेशान एक औरत ने अपने ही दो बच्चों को चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया . एक बच्चे की अस्पताल में मौत हो गई .दुसरे बच्चे की हालत भी गंभीर बनी हुई है.लोगों ने हे बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया. डॉक्टर के अनुसार दूसरा बच्चा जिंदगी और मौत से जूझ रहा है.यह मामला गया- मुगलसराय रेल खण्ड के गुरारू रेलवे स्टेशन से कुछ दूरी पर इसमाइलपुर में हुआ है.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार शंकर विगहा गांव से रेल ट्रैक पर यह कुमाता पहुंची.अपने दो मासूम बच्चों को शुक्रवार को उस समय रेल पटरी पर फेंक दिया जब इसमाइलपुर जा रही धनबाद गया डेहरी इंटरसिटी ट्रेन आ रही थी. आसपास के ग्रामीणों के शोर मचाने पर चालक ने ट्रेन को रोक दिया. जिसके बाद बुरी तरह जख्मी करीब डेढ़ साल के बच्चा व करीब छ: साल की एक बच्ची को बचा लिया गया. और दोनों को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया.दोनों को प्राथमिक उपचार के बाद गया अस्पताल में रेफर कर दिया गया, जहां इलाज के दौरान दोनों में से एक की मौत मेडिकल कॉलेज में हो गई. जबकि गंभीर हालत में रही बच्ची का इलाज गया के अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज में कराया जा रहा है. इस घटना को अंजाम देने वाली महिला को लोगों ने जम कर पीटा और उसके बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया.
पुलिस जख्मी हालत में महिला को भी इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थय केन्द्र ले गई है. महिला ने पुलिस को बच्चों की जान लेने की कोशिश की वजह आर्थिक तंगी और पति के साथ विवाद बताया है.महिला के अनुसार खर्चा के लिए पति पैसे नहीं देता है. आर्थिक स्थिति बहुत खराब है. पति मारपीट और झगड़ा करता है.आज पति के साथ झगडा होने के बाद वह अपने दोनों बच्चों को लेकर गुस्से में घर से निकल गई . और गुस्से में दोनों बच्चों को तेज गति से आ रही ट्रेन के नीचे फेंक दिया.