सिटी पोस्ट लाइव, चाईबासा: झारखंड में पश्चिमी सिंहभूम जिले के टोंटो थाना क्षेत्र में नरसंहार का एक मामला सामने आया है। इसमें एक ही परिवार के पांच सदस्यों के कंकाल भी पुलिस ने बरामद किए हैं । पुलिस ने घटना सामने आने के बाद इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए दस आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
चार महीने पूर्व हुई इन हत्याओं को लेकर मृतकों की एक रिश्तेदार द्वारा परिवार के सभी लोगों के लापता होने संबंधी एक प्राथमिकी पिछले डेढ़ महीने पूर्व थाने में दर्ज कराई गई थी। इस घटना को लेकर पुलिस की कार्रवाई से नाराज होकर परिजनों ने चाईबासा मुख्यालय में लगातार महीने भर तक धरना भी दिया था और बात मुख्यमंत्री तक पहुंची थी। इधर अनुसंधान को तेज करते हुए जगन्नाथपुर के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी प्रदीप उरांव के नेतृत्व में गठित टीम के सदस्यों ने मामले की तह तक जाकर बुधवार को परिवार के सभी पांचों सदस्यों के कंकाल जंगल से बरामद कर लिए। साथ ही उसी गांव की एक महिला समेत 10 लोगों को इस हत्याकांड के आरोप में गिरफ्तार भी कर लिया है। पुलिस ने बताया है कि इसके पीछे जमीन विवाद या डायन बिसाही का मामला हो सकता है जिस पर अनुसंधान जारी है।
कोल्हान रेंज के डीआईजी राजीव रंजन ने प्रेस वार्ता में बताया कि 16 सितंबर को नानीका हिस्सा द्वारा पुलिस को यह सूचना दी गई थी कि उनका भतीजा कैरा लागुरी और उसकी पत्नी सहित तीन बच्चे कहीं लापता हो गए हैं । उसके बाद परिजनों ने मिलकर चाईबासा में धरना भी दिया था, ताकि उनके परिवार की खोजबीन हो सके। पुलिस ने अनुसंधान करते हुए कैरा लागुरी से 20 किलोमीटर दूर जंगल से कंकाल बरामद किया।डीआईजी ने बताया टोंटो थाना के बाईहातु गांव के लोगों ने ही संपत्ति हड़पने की लालच से योजना बनाकर कैरा और उसके परिवार की हत्या कर दी। अनुसंधान में यह बात प्रकाश में आई की तुरी लागुरी, पांडुआ लागुरी ने कैरा लागुरी के हिस्से की जमीन हड़पने के नियत से लोगों को भड़काकर योजनाबद्ध तरीके से 18 जून की रात्रि में इन लोगों की हत्या उसके घर में ही कर दी गई। उसके बाद शव को सभी अभियुक्तों ने मिलकर नोगड़ाबुरुगड़ा नदी के किनारे ले जाकर एक साथ जलाया और शेष बचे शव के अवशेष को गाड़ दिया।
पुलिस ने घटनास्थल से 20 किलोमीटर दूर नर कंकाल और उनके कपड़े बरामद किए। कपड़ों से यह शिनाख्त हुई कि है कंकाल कैरा लागुरी और उसके परिवार के ही है। फिलहाल पुलिस इसमें और अनुसंधान कर रही है । फॉरेंसिक जांच के बाद यह पता चल पाएगा कि वाकई में यह सब उसी परिवार के हैं या कोई और व्यक्ति का कंकाल है। वहीं पुलिस ने अनुसंधान करते हुए 10 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। सभी अभियुक्त मृतक के आसपास के रहने वाले हैं। इसलिए उपरोक्त सभी अभियुक्तों के द्वारा पुलिस को गुमराह किया गया एवं आसपास के लोगों को धमकी भी दी गई ताकि पुलिस को सूचना ना दे सके। घटना की सूचना भी पुलिस को विलम्ब से दी गई , किंतु पुलिस ने वरीय अधिकारियों के निर्देश का पालन करते हुए तकनीकी पेशेवर तरीके से कांड का उद्भेदन किया और अभियुक्तों को गिरफ्तार किया।