“विशेष” : सहरसा में फिर शराब की बड़ी खेप की हुई बरामदगी, तस्कर फरार
सिटी पोस्ट लाइव : सहरसा में अवैद्य शराब की बरामदगी का सिलसिला बदस्तूर जारी है। बिहार का यह जिला अवैद्य शराब का सबसे बड़ा हब और जंक्शन बन चुका है। बीते कुछ महीनों में कई ट्रक और छोटे वाहनों से लेकर कारोबारियों के घर और गोदाम से हजारों कार्टून शराब की बरामदगी हुई है। लेकिन इतनी भारी मात्रा में शराब की बरामदगी के बाद भी यह धंधा अपने परवान पर है।यह इस बात का पुख्ता प्रमाण है कि शराब का कारोबार यहाँ व्यापक पैमाने पर हो रहा है और इन बरामदगियों से कारोबारियों की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ रहा है।
ताजा मामला सहरसा के बिहरा थाना क्षेत्र से जुड़ा है। बिहरा थाना पुलिस ने आज सुबह गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर 27 कार्टून विदेशी शराब की बरामदगी सहित मारुति सुजुकी कार को भी किया जप्त किया है।शराब कारोबारी बिहरा थाना क्षेत्र के आरण एवं नंदलाली के बीच आल्टो कार से शराब की यह खेप ले जा रहे थे। लेकिन गुप्त सूचना पर उस इलाके में गश्ती के लिए निकली थी। शराब कारोबारी पुलिस की गाड़ी देखकर कार छोड़कर किसी तरह से वहाँ से फरार हो गए। कार को देखकर लगता है कि शराब कारोबारियों ने कार से कहीं ठोकर भी मारी है।
अब शराब सहित कार जप्त कर बिहरा पुलिस तस्कर की तलाश में जुटी हुई है। जाहिर तौर पर हम इसे पुलिस की बड़ी सफलता के तौर पर देखेंगे। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि आखिर लागातार शराब की बरामदगी और कारोबारियों की गिरफ्तारी के बाद भी इस काले धंधे पर अंकुश क्यों नहीं लग रहा है। वैसे हम यह ताल ठोंककर कहते हैं कि शराब के इस काले कारोबार में पुलिस-प्रशासन के अधिकारी, नेता और बड़े रसूखदार भी लगे हुए हैं। दीगर बात है कि ये सभी शराबबंदी के बाद भी शराब का रोजाना सेवन भी करते हैं। “समरथ के नहीं कछु दोष गोसाईं”…इन बड़े लोगों के शौक के सामने कानून वर्षों से घूँटने टेके हुए है।
पीटीएन न्यूज मीडिया ग्रुप के सीनियर एडिटर मुकेश कुमार सिंह की “विशेष” रिपोर्ट
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