सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में पिछले कई कुछ महीनों से विजिलेंस टीम के निशाने पर बड़े-बड़े लोग आ रहे हैं. अब मगध विश्वविद्यालय के कुलपति राजेंद्र प्रसाद पर शिकंजा कसा गया है. विजिलेंस टीम ने राजेंद्र प्रसाद के कई ठिकानों पर छापेमारी की है. सरकारी आवास समेत अन्य ठिकानों पर अलग-अलग टीमें छापेमारी कर रही हैं.
बता दें निगरानी विभाग ने मगध विश्वविद्यालय के कुलपति राजेंद्र प्रसाद सिंह के साथ-साथ उनके निजी सचिव सुबोध कुमार और एक प्रिंटिंग वेंचर के मालिक और वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी के फाइनेंशियल ऑफिसर ओमप्रकाश सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया है। विजिलेंस की तरफ से जो केस दर्ज किया गया है उसमें इन लोगों पर कई आरोप हैं और अब इनके ठिकानों पर छापेमारी चल रही है.
बताया जा रहा है कि राजेंद्र प्रसाद के खिलाफ 20 करोड़ से अधिक अवैध खरीदारी का आरोप है. मगध यूनिवर्सिटी और वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी के कुलपति रहते उन्होंने ये अनियमितताएं की हैं. अवैध का खरीदारी के अलावा भी उनपर कई गंभीर आरोप हैं. बताया जा रहा है कि अपने रिश्तेदार की एजेंसी से अवैध तरीके से करोड़ों की खरीदारी की है. जबकि खरीदारी गवर्नमेंट ऑफ इंडिया के पोर्टल से की जानी है. खरीदारी निविदा की प्रक्रिया और नियम का भी घोर उल्लंघन करने का आरोप है.
मालूम हो कि इलाहाबाद स्टेट यूनिवर्सिटी व डीडीयू गोरखपुर के कुलपति रह चुके प्रो.राजेंद्र प्रसाद को 26 सितंबर 2019 को बिहार के मगध विश्वविद्यालय बोधगया का कुलपति बनाया गया था. प्रो.राजेंद्र प्रसाद दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के वरिष्ठ आचार्य रहे हैं. वह रक्षा अध्ययन विभाग के प्रोफेसर रहे हैं. वहीं इसी साल मगध यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. राजेन्द्र प्रसाद को वीर कुवंर सिंह विश्विद्यालय आरा के भी कुलपति का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है.
गया से जीतेन्द्र कुमार की रिपोर्ट