संकटमोचक हनुमान जी कैसे आये संकट में, क्यों पहुँच गए जेल?
सिटी पोस्ट लाइव :मंगलवार के दिन रामभक्त हनुमान की पूजा करने से संकट से मुक्ति मिल जाती है.लेकिन बिहार के मधेपुरा जिले में तो मंगलवार को ही रामभक्त हनुमान खुद संकट में फंस गए.गृह नक्षत्रों के ख़राब प्रभाव से लोगों को बचानेवाले हनुमान जी को जेल जाना पड़ा.हनुमान जी मंगलवार के दिन जेल जाने की कहानी बड़ी दिलचस्प है.
मामला बिहार के मधेपुरा (Madhepura) जिला से जुड़ा है जहां राम भक्त और महाबली हनुमान जी की प्रतिमा को पुलिस सड़क किनारे से उठा कर जेल ले गई.कड़ी सुरक्षा के बीच मधेपुरा नगर परिषद और प्रशासन के अधिकारी इस प्रतिमा को मधेपुरा मंडल कारा पहुंचाने गए. मधेपुरा अंचल अधिकारी के सुमो में डाल कर कड़ी सुरक्षा के बीच मधेपुरा मंडल कारा पहुंचाया गया.
दरअसल, मधेपुरा के सुरक्षित इलाके में कुछ लोगों ने सड़क किनारे एक पीपल पेड़ के नीचे हनुमान जी की प्रतिमा लगा रखी थी. यह सड़क डीएम और एसपी साहब के आवास की तरफ जाती थी.ईलाके में ट्रैफिक बहुत ज्यादा था क्योंकि ज्यादातर सरकारी दफ्तर इसी ईलाके में हैं.हाल में ही इलाके से अतिक्रमण हटाने का काम भी हुआ लेकिन पुनः अतिक्रमण की नियत से कुछ लोगों ने बजरंगबली की प्रतिमा स्थापित कर दी और वहां पूजा पाठ भी शुरू कर दिया.फिर क्या था आज जिला प्रशासन के आदेश पर हनुमान जी को जेल पहुंचा दिया गया.
जिला प्रशासन का कहना है कि अनधिकृत रूप से स्थापित हनुमान जी की प्रतिमा को वहां से उठा कर मधेपुरा मंडल कारा में बने मंदिर में स्थापित कर दिया गया है.अधिकारी बीरेन्द्र कुमार झा ने कहा कि गंदी जगह पर प्रतिमा लगाई गई थी इसलिए उन्हें अब सुरक्षित और साफ सुथरी जगह पर लगा दिया गया है.अब जेल के कैदी हनुमान जी की पूजा करेगें.