मरार के तालाब पर भूमाफिया की नजर, एसडीओ ने बनाई जांच कमेटी

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सिटी पोस्ट लाइव, रामगढ़: रामगढ़ शहर के मरार स्थित तालाब पर भूमाफिया की नजर है। इस मामले में एसडीओ कीर्ति श्री ने कार्रवाई की है। उन्होंने गैरमजरूआ खास जमीन पर किसी भी प्रकार के निर्माण पर रोक लगाते हुए जांच कमेटी गठित की है। एसडीओ ने शनिवार को बताया कि मौजा मरार, थाना नं0-144, खाता नं0-1, प्लॉट नं0-231 कुल रकवा-28 एकड़ गैरमजरूआ खास खाते की भूमि है। उक्त भूमि की बंदोबस्ती मरार गांव के अयोध्या साहु वगैरा के नाम से 6 एकड़ 5 डिसमिल भूमि है। उसकी जमाबंदी रामगढ़ अंचल के पंजी दो के पेज नं0-4101 में अंकित है। 6 एकड़ 5 डिसमिल भूमि मध्ये 4 एकड़ 5 डिसमिल भूमि पर तालाब और टांड अवस्थित है। जिससे गांववासियों द्वारा कृषि, सिंचाई मछली पालन का कार्य होता रहता है। तालाब के कारण उक्त गांव में जल स्तर भी स्थिर रहती है। तालाब में उक्त प्लॉट की भूमि में अतिरिक्त प्लॉट 256 का रकवा 1.40 एकड़ एवं 219, 220, 221, 222 एवं 218 की भूमि 0.38 एकड़ भी सम्मलित है। अयोध्या साहू के परिजनों द्वारा 1988 में उक्त खाते खेसरा का 2.00 एकड़ भूमि उच्च विद्यालय खोलने हेतु निबन्धन दान दी गई है।
जिस पर वर्तमान में उच्च विद्यालय अवस्थित है। इस प्रकार खाता नं0-01, प्लॉट नं0-231 का कुल रकवा -28.00 एकड़ भूमि मे तालाब एवं उच्च विद्यालय की भूमि रकबा क्रमशः 4.05 एवं 2.00 एकड़ सहित कुल 6.05 एकड़ छोड़ कर शेष 22.00 एकड़ भूमि जो पूर्ण रूप से सरकारी भूमि है। उक्त खाली सरकारी भूमि पर भू-माफिया का फर्जी दस्तावेज बनाकर हावी हो गए है। चूंकि गैरमजरूआ भूमि की खरीद-बिक्री वर्तमान में बन्द है। फलस्वरूप भू-माफिया जैसे लोग सिर्फ पब्लिक नौटरी के स्तर से एग्रीमेन्ट करा कर करोड़ो की भूमि विक्री किया जा रहे हैं। जिसके आधार पर उक्त भूखण्ड पर कई आलीशान मकान भी बन चुका है। एसडीओ ने बताया कि सरकारी भूमि का फर्जी कागज बना कर हड़पा जा रहा है। एसडीओ कीर्ति श्री ने रविंद्र साहू के आवेदन पर कार्रवाई करते हुए उक्त मामले की विस्तृत जाँच करने का जिम्मा रामगढ़ अंचल अधिकारी को सौंपा है। उन्होंने निर्देश जारी किया है कि यदि जाँच के क्रम में आवेदक का कथन सही पाया गया, तो भूमि का कागजातों का जांच करते हुए नियमानुसार जमाबन्दी रद्द करने का प्रस्ताव भेजे। साथ ही भू-माफिया के विरुद्ध कार्रवाई की जाय।
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