पुलिस की बड़ी कामयाबी : आतंक का पर्याय कौशल यादव दो साथियों के साथ चढ़ा पुलिस के हत्थे

City Post Live - Desk

पुलिस की बड़ी कामयाबी : आतंक का पर्याय कौशल यादव दो साथियों के साथ चढ़ा पुलिस के हत्थे

सिटी पोस्ट लाइव : दुर्दांत कौशल यादव जिसके खौफ से कोसी और सीमांचल के लोग काँप जाते थे, पुलिस ने बड़े नाटकीय ढंग से उसे दबोचने में कामयाबी पाई है। उसके साथ भावेश कुमार और राहुल यादव को भी पुलिस ने दबोचा है। इस बड़ी कामयाबी के पीछे सहरसा एसपी राकेश कुमार की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। बताना लाजिमी है कि सहरसा एसपी राकेश कुमार ने जिले के कई नामी अपराधियों की लिस्ट तैयार कर रखी है। वे एक-एक को गिरफ्त में लेकर जेल भेजने का मजबूत इरादा बना चुके हैं। उनके निशाने पर जमीन दलाल, नशे के कारोबारी और तमाम किश्म के अपराधी हैं।

एसपी राकेश कुमार की अगुवाई में सहरसा पुलिस ने बीते कल गुरुवार जे अहले सुबह जिले के सौरबाजार थाना क्षेत्र के मदरसा टोला वार्ड नं 08 के एक मकान की नाकेबंदी कर कौशल यादव को उसके साथी भवेश कुमार और राहुल यादव के साथ आखिरकार गिरफ्तार करने में बड़ी कामयाबी हासिल कर ही ली। पुलिस ने इनके पास से भारी मात्रा में हथियार सहित अन्य समान भी बरामद किये हैं। पुलिस को इस गिरफ्तारी के दौरान दो 9 एम.एम.के दो पिस्टल, मैगजीन, एक 18 इंच थ्रीनट, दो जिंदा कारतूस, चार मोबाइल, एक टेबलेट, एक बिंडोलिया, एक बाईक सहित 43 हजार नगदी मिले हैं।

कुख्यात कौशल यादव सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के सरोजा पंचायत के मोहनियां गांव का रहने वाला है ।इससे पहले भी वह कई बार जेल जा चुका है। कौशल यादव पर दो दर्जन से अधिक मुकदमा सिर्फ सहरसा जिले में दर्ज हैं जबकि डेढ़ दर्जन से ज्यादा मुकदमे अन्य जिलों में दर्ज हैं, जिसकी जानकारी पुलिस कप्तान राकेश कुमार हासिल करने में जुटे हैं। कौशल के साथ गिरफ्त में आया भवेश कुमार और राहुल यादव सदर थाना क्षेत्र के पहुआहा गाँव के रहने वाले हैं। पुलिस ने कौशल यादव को दिसंबर 2016 में उसके मोहनियां स्थित घर से गिरफ्तार किया था। सहरसा एसपी राकेश कुमार ने प्रेस वार्ता कर उपरोक्त मामले की जानकारी देते हुए कहा कि कौशल यादव की गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी सफलता है। जाहिर तौर पर यह पुलिस की बड़ी कामयाबी है इसके लिए पुलिस की पीठ थपथपाने में आम लोगों को कोई कोताही नहीं बरतनी चाहिए।

कौशल यादव पर उपलब्ध दर्ज मामले

◆ सहरसा (सोनवर्षा कचहरी) थाना कांड संख्या 521/07 दिनांक 6.11.2007 धारा 395

◆ सहरसा सदर थाना कांड संख्या 68/08 दिनांक 29.02.2008 धारा 392, 411

◆ बनगांव थाना कांड संख्या 32/08 दिनांक 06.04.2008 धारा 413, 34

◆ बख़्तियारपुर थाना कांड संख्या 83/09 दिनांक 24.04.2009 धारा 341, 342, 323, 504, 506, 384, 386, 34

◆ थाना कांड संख्या 293/09 दिनांक 17.10.2009 धारा 341, 324, 447, 323, 307, 34

◆ बख़्तियारपुर थाना कांड संख्या 308/09 दिनांक 09.11.2009

◆ बख्तियारपुर (बलवा हाट ओपी) थाना कांड संख्या 326/09 दिनांक 24.11.2009 धारा 414

◆ बख्तियारपुर (बलवा हाट ओपी) थाना कांड संख्या 349/09 दिनांक 18.12.2009 धारा 384, 307, 34 एवं 27 आर्म्स एक्ट

◆ बख़्तियारपुर (बलवा हाट ओपी) थाना कांड संख्या 299/10 दिनांक 299/10 दिनांक 07.12.2010 धारा 147, 148, 149, 341, 323, 448, 324, 307, 384, 379, 504, 506 एवं 27 आर्म्स एक्ट

◆ मधेपुरा थाना कांड संख्या 66/ 2011 दिनांक 17.02.2011 धारा 364 (ए)

◆ मशरख (छपरा) थाना कांड संख्या 50/11 दिनांक 02.05.2011 धारा 120 (बी), 216 (ए), 25 (1 बी) ए, 26,35 आर्म्स एक्ट

◆ सहरसा सदर थाना कांड संख्या 504/11 दिनांक 21.10.2011 धारा 224/34

◆ मधेपुरा (भर्राही ओपी) थाना कांड संख्या 492/11 दिनांक 25.11.2011 धारा 25 (1 बी) ए,26,35 आर्म्स एक्ट

◆ जदिया ( सुपौल) थाना कांड संख्या 78/11 दिनांक 14.11.2011 धारा 392

◆ कौशल का पैतृक आवास
बख्तियारपुर थाना कांड संख्या 82/2013 दिनांक 08.04.2013 धारा 392

◆ बनगांव थाना कांड संख्या 25/2013 दिनांक 25/2013 धारा 392 एवं परिवर्तित धारा 392, 411, 120 बी

◆ बख्तियारपुर थाना कांड संख्या 87/2013 दिनांक 13.04.2013 धारा 399,402, 120 बी, 25 (1-बी) ए, 26, 35 आर्म्स एक्ट

◆ बलवाहाट ओपी कांड संख्या 215/16 दिनांक 19.06.16 भादवि 324,307,34 दर्ज है।

◆ सलखुआ कांड संख्या 150/16 दिनांक 15.07.16 धारा 392 भादवि परिवर्तित धारा 395 भादवि।

◆ बनमा-ईटहरी ओपी कांड संख्या 339/16 22 दिसंबर 16 धारा 25(1-बी)26,35 आर्म्स एक्ट।

◆ सलखुआ बनमा-ईटहरी कांड संख्या 67/17 दिनांक 15-04-17 धारा 307,333,353,393,120(बी)34 भादवि एवं 25(1-बी)26,27,35 आर्म्स एक्ट।

इन कांडों के अलावे पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार अनुमानित डेढ़ दर्जन मामले,जो कौशल यादव पर विभिन्य जिलों में दर्ज है,उसकी जानकारी हासिल कर रहे हैं ।कौशल यादव सुपारी किलर भी था,जो पैसे लेकर हत्या,अपहरण सहित अन्य तरह के आपराधिक वारदातों को अन्य जिलों में अंजाम देता था।

सहरसा से संकेत सिंह की रिपोर्ट

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