ज्वेलर्स के बेटे ने रची बिहार की सबसे बड़ी लूट की साजिश, 6.5 किलोग्राम सोना बरामद.

City Post Live

सिटी पोस्ट लाइव : पटना पुलिस ने बाकरगंज के एसएस ज्वेलर्स शाप से 14 करोड़ का सोना और 14 लाख कैश लूट के मामले का उद्द्भेदन कर दिया है.लूटकांड के मास्टरमाइंड नितेश कुमार समेत चार अपराधियों को दबोच लिया है. उनके पास से 6.5 किलोग्राम सोना बरामद किया गया है. लूट में प्रयुक्त दो बाइक समेत तीन मोटरसाइकिल और दो कार भी जब्त किए गए हैं. उनके पास से लूट की रकम में से चार लाख 32 हजार 900 रुपये बरामद हुए हैं. गिरफ्तार अपराधियों में पटना के गोपालपुर का रहने वाला आकाश ओझा उर्फ सन्नी, रामकृष्ण नगर थानांतर्गत जगनपुरा निवासी सोनू कुमार, जहानाबाद के मलाहचक निवासी राजू केवट और वहीं के नया टोला हास्पिटल रोड निवासी नितेश कुमार शामिल हैं.

इससे पहले शुक्रवार को घटना के तुरंत बाद भागने के दौरान दुकानदारों ने जहानाबाद के धनगांवा निवासी राजेश राम उर्फ साधु को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था. उसके पास से बैग भी बरामद हुआ था, जिसमें लूटा गया 2.5 किलो सोना था. दो पिस्टल, कट्टा और लूटे गए चार मोबाइल भी बरामद हुए हैं. इसकी जानकारी एसएसपी डा. मानवजीत सिंह ढिल्लों ने दी। एसएसपी के मुताबिक अब तक नौ किलोग्राम सोना बरामद किया जा चुका है.

बाकरगंज लूटकांड की प्लानिंग लगभग एक महीने पहले जहानाबाद के मलाहचक इलाके में की गई थी. मास्टरमाइंड नितेश कुमार वहां अक्सर साधु और राजू के पास गांजा व स्मैक पीने जाता था. राजेश राम उर्फ साधु और राजू केवट बाइक चोरी के मामले में करीब डेढ़ माह पहले जहानाबाद जेल से जमानत पर छूटे थे. इधर, नितेश के घरवाले उसकी बुरी लत की वजह से जेब खर्च नहीं दे रहे थे. करीब एक माह पहले गांजा पीने के दौरान आर्थिक तंगी से जूझ रहे नितेश ने साधु और राजू के सामने पटना के बाकरगंज स्थित एसएस ज्वेलर्स लूटने का प्रस्ताव रखा. वे दोनों भी बड़ा हाथ मारना चाहते थे, इसलिए उन्होंने नितेश का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया और लूटकांड की प्लानिंग शुरू हो गई.

एसएसपी ने बताया कि नितेश के पिता राजेंद्र प्रसाद की जहानाबाद के नया टोला हास्पिटल रोड में राजलक्ष्मी ज्वेलर्स नामक दुकान है. वे अपनी दुकान के लिए पटना के बाकरगंज स्थित एसएस ज्वेलर्स से थोक में माल खरीदते हैं. नितेश भी वहां कई बार गया था. यह दुकान मार्केट की पहली मंजिल पर आखिरी छोर पर है, इसलिए अपराधियों ने उसे लूटने का मन बनाया. जनवरी के पहले सप्ताह में राजू ग्राहक बनकर एसएस ज्वेलर्स में लाकेट खरीदने गया था, लेकिन दुकानदार ने यह कहकर मना कर दिया कि ये होलसेल दुकान है, यहां एक पीस नहीं मिलता. पहली रेकी के बाद राजू को मालूम हो गया था कि केवल दो अपराधी घटना नहीं कर सकते, और लोगों की जरूरत पड़ेगी। तब उन्होंने सोनू और सन्नी से संपर्क किया.

सोनू और सन्नी के कहने पर रवि केवट ने पटना के परसाबाजार स्थित एतवारपुर मोहल्ले में किराए पर कमरा लिया.मकान मालिक को सन्नी ने एडवांस के तीन हजार रुपये दिए थे. इन्हीं दोनों ने पिस्टल, कट्टा और गोलियों का इंतजाम किया था. वारदात को कैसे अंजाम दिया जाएगा और किन चीजों की जरूरत होगी, इसका जिम्मा भी सन्नी ने भी लिया था. घटना के दिन शुक्रवार को साधु फर्स्ट पटना-गया पैसेंजर ट्रेन पकड़कर सुबह साढ़े नौ बजे पटना जंक्शन पहुंचा. करबिगहिया की तरफ से आटो लेकर वह मीठापुर-बाईपास रोड पर फ्लाईओवर के नीचे आया और वहां से सन्नी के साथ बाइक पर बैठकर एतवारपुर चला गया था.

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