मार्च में हुई एक हत्या का एसडीपीओ ने किया खुलासा, अवैद्य प्रेम प्रसंग में हुई थी हत्या
सिटी पोस्ट लाइव : सहरसा के सौर बाजार थाना क्षेत्र के बैजनाथपुर पुलिस शिविर अंतर्गत बीते 27 मार्च को खजूरी – परिहारपुर रेलवे पटरी के बगल से पुलिस ने एक अज्ञात शव को बरामद किया था। जिसे बाद में परिजनों ने कारी यादव,मधेपुरा जिला के गढ़िया गांव निवासी के रूप में पहचान किया था। तत्काल पुलिस ने आवश्यक प्रक्रिया कर शव को मृतक के परिजनों को सुर्पुद कर दिया था। उसके बाद शिविर प्रभारी शंभूनाथ सिंह स्वयं अनुसंधान करने में जुट गए।आखिरकार पुलिस को सफलता हाथ लगी। हत्यारा को गिरफ्तार कर लिया गया है। एसडीपीओ सदर प्रभाकर तिवारी की भूमिका अहम रही है। तिवारी ने इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए कहा कि मृतक कारी यादव का हत्यारा उसका साढ़ू रवीन्द्र यादव है। जिसे पुछताछ करने के लिए बुलाया गया था। जिसने अपने स्वीकारोक्ति बयान में बताया है कि उसने ही इस घटना को अंजाम दिया है। एक सवाल के जबाब में तिवारी ने बताया कि हत्या के पीछे की साजिश यह है कि मृतक कारी यादव मानसिक रूप से बिमार रहा करता था। जिसका ईलाज चल रहा था। जो धीरे-धीरे स्वस्थ हो रहा था। इस बीच हत्यारा का मृतक की पत्नी से अवैध संबंध हो गया ।लेकिन मृतक के ठीक होने की स्थिति देखकर उसे रास्ते से हटाने के लिए घटना को अंजाम देकर आत्महत्या का शक्ल देने के उद्देश्य से शव को रेलवे पटरी के बगल में फेंक दिया। उन्होंने बताया कि वैज्ञानिक अनुसंधान के तहत पुलिस को सफलता मिली है। घटना में अन्य लोगों की भी संलिप्तता है। जिसे बहुत जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जायेगा। वाकई एसडीपीओ प्रभाकर तिवारी के रूप में सहरसा को एक बेहतर पुलिस अधिकारी मिले हैं, जिनपर जनता को कुछ-कुछ भरोसा होने लगा है।
सहरसा से संकेत सिंह की रिपोर्ट