सिटी पोस्ट लाइव : आईपीएस अधिकारी विकास वैभव और डीजी शोभा अहोतकर के बीच विवाद मामले में नया मोड़ आ गया है.आईजी फायर सर्विसेज व होमगार्ड विकास वैभव लौटे छुट्टी से लौट भी आए और अपने पद पर फिर से योगदान भी दे दिया. लेकिन सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर यह है कि विकास वैभव ने अपर मुख्य सचिव गृह विभाग को भेजे पत्र खुद को मौजूदा पद से मुक्त करने की मांग रख दी है.उन्होंने मौजूदा पोस्टिंग को प्रताड़नायुक्त बताते हुए वर्तमान पद के प्रभार से मुक्त करने का आग्रह किया है. उन्होंने गृह विभाग में अपर मुख्य सचिव को आश्वस्त करते हुए अपने स्पष्टीकरण का तय अवधि में जवाब देने की बात भी कही है.
गौरतलब है कि गृह विभाग ने 11 फरवरी को उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है और 7 दिनों के अंदर आईजी विकास वैभव से जवाब मांगा गया है.इसके साथ ही आईजी विकास वैभव ने डीजी शोभा अहोतकर के आसपास रहने से खुद और परिवार को खतरा बताया है. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की उस तीखी सलाह का भी जवाब दिया है, जिसमें उन्होंने ऐसी शिकायतें उचित फोरम पर रखने कहा था, न कि ट्वीट करने.गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव को आईपीएस विकास वैभव की ओर से मिली चिट्ठी में साफ तौर पर बताया गया है कि उन्होंने डीजी शोभा अहोतकर की गालीबाजी की शिकायत न केवल सितंबर 2022 से कई बार की, बल्कि उनके साथ कई अन्य पदाधिकारी भी DG से बचाने की गुहार लेकर गृह विभाग के चक्कर लगा चुके हैं.
गृह विभाग को मिली इस चिट्ठी में तारीखों के साथ शिकायतों की जानकारी है. उन्होंने पूरी जानकारी देते हुए DG शोभा अहोतकर के अधीनस्थ काम करने में असमर्थता और डर दिखाते हुए अन्यत्र ट्रांसफर की मांग की है, और ऐसा तत्काल नहीं होने की स्थिति में दो महीने के उस अवकाश को स्वीकृत करने की गुहार लगाई है, जो वह पहले से दे चुके हैं. विकास वैभव मामले को लेकर राजनीति भी गर्म हो गई है. दरअसल, इस प्रकरण के सामने आने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने विकास वैभव से सार्वजनिक तौर पर नाराजगी जाहिर कर दी धी. बीजेपी विकास वैभव के सपोर्ट में खादी हो गई है.बीजेपी नेता सुशिल मोदी से लेकर नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा खुलकर विकास वैभव के पक्ष में बोल चुके हैं.