सिटी पोस्ट लाइव – बिहार के शिक्षा व्यवस्था की हालत हर कोई जानता है,स्कूल और कॉलेजों में शिक्षक नहीं पहुंचते तो शिक्षा व्यवस्था के कारण क्लास मे बच्चे नहीं दिखते। ऐसे में जब एग्जाम की बात आती है तो छात्र छात्राओं से प्रैक्टिकल के नंबर के लिए पैसे लिए जाते हैं कई ऐसे कॉलेज है जहां पर बच्चों के द्वारा पेपर पर क्या लिखा जा रहा है उससे कोई मतलब नहीं होता,मतलब होता है प्रैक्टिकल में अगर नंबर चाहिए तो पैसा खर्च करो और नंबर ले जाओ।
एग्जाम में नंबर देने के लिए 500 रुपए घूस
भले ही आपको उन सवालों का जवाब आता हो लेकिन बिना पैसे के आपको नंबर नहीं मिलने वाला।ऐसा ही एक मामला सामने आया है लखीसराय के कॉलेज से जहां पर प्रैक्टिकल एग्जाम में नंबर देने के लिए 500 रुपए घूस केआरोप में शिक्षक और छात्रों के बीच में जमकर झड़प देखने को मिली।छात्र नेता और शिक्षक में जमकर बहस हुई मामला हाथापाई तक पहुंच गया।छात्र नेता ने शिक्षक पर आरोप लगाते हुए विरोध किया तो गुस्से में शिक्षक ने कहा -हां लेंगे पैसे, तुम्हारे बाप है, तुम कौन होते हो बोलने वाले।इस मामले को लेकर के छात्र-छात्राओं ने बताया कि हर सब्जेक्ट के लिए अलग-अलग रेट फिक्स किया गया है।
प्रिंसिपल रामशरण महतो से सवाल किया
प्रैक्टिकल में नंबर देने के लिए शिक्षक 200 से 500रूपये तक लेते है और अगर पैसे ना दिए जाएं तो नंबर नहीं मिलता।पूरे मामले को लेकर के लाल कॉलेज के प्रिंसिपल रामशरण महतो से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि महाविद्यालय की ओर से प्रैक्टिकल परीक्षा के लिए किसी भी प्रकार का पैसा नहीं लिया जाता। उन्होंने इस आरोप से साफ इनकार कर दिया।AVBP के जिला संयोजक ने कहा कि अगर जल्द शोषित छात्रों के पैसे वापस नहीं किए गए तो परिषद आंदोलन के लिए बाध्य होगा और इसका जिम्मेदार कॉलेज प्रशासन होगा। मुंगेर विश्वविद्यालय के कुलपति और परीक्षा नियंत्रक इस पर जल्द से जल्द संज्ञान ले।