सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में ये क्या हो रहा है. जिस तबलीगी जमात ने देश भर मेकोरोना का संक्रमण फैला दिया, उसकी निंदा करने पर बीजेपी नेता को कण पकड़ कर उठक-बैठक करना पड़ा. मामला नालंदा जिले का है. बीजेपी के एक नेता (BJP Leader) अरविन्द ठाकुर को तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद (Maulana saad) के बारे चर्चा करने के आरोप में पंचायत में हाजिर होना पड़ा. नालन्दा जिले के सारे थाना क्षेत्र के हरगांवा गांव में बीजेपी के अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के पूर्व जिला महामंत्री अरविन्द ठाकुर निजामुद्दीन तब्लीगी मरकज (Nizamuddin Tablighi Markaj) के मुखिया मौलाना साद की चर्चा कर रहे थे. तभी मौलाना साद की आलोचना से गुस्साए कुछ लोगों ने नेता की दुकान में घुसकर उनकी पिटाई कर दी. इसके बाद लोगों ने पंचायत में शिकायत भी कर दी.
स्थानीय मुखिया ने पंचायत बुला दी.अरविन्द ठाकुर को हाजिर होने का हुक्म हुआ. मुखिया ने उन्हें सरेआम उठक-बैठक करने का फरमान सुना दिया. गांव में गिलानी पंचायत के मुखिया व उनके पंचों के द्वारा उठक-बैठक के फरमान को बीजेपी नेता को मानना पड़ा.उन्हें कान पकड़ कर उठक-बैठक करनी पड़ी. इतना ही नहीं इसी दौरान वहां मौजूद कुछ बदमाशों ने उठक-बैठक करते बीजेपी नेता का वीडियो बनाकर उसे फेसबुक व सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. जानकारी के अनुसार इस घटना के बाद बीजेपी नेता ने दो लोगों पर केस दर्ज करवाया है.
अरविंद ठाकुर की वाहनों की बॉडी बनाने की दुकान है. कुछ दिन पहले वह अखबार पढ़ते हुए दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी मरकज के मुखिया मौलाना साद की चर्चा कर रहे थे. जिसके बाद बदमाशों ने दुकान में घुसकर उनकी पिटाई की. इसके बाद उन पर आरोपियों ने मारपीट का आरोप लगा पंचायत में शिकायत कर दी गई.इसके साथ ही सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल करने व मना करने पर जान से मारने की धमकी के बाद बीजेपी नेता ने घटना की एफआईआर सारे थाना में दर्ज करवा दी है. इसमें पिता-पुत्र को आरोपित किया गया है.
इधर थानाध्यक्ष दिनेश कुमार सिंह के अनुसार वीडियो वायरल करने का केस दर्ज कर लिया गया है, जिसमें दो आरोपित हैं. पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी में जुटी हुई है.यह घटना 31 मार्च के एक दिन पूर्व की है. जहां गिलानी पंचायत के मुखिया की अध्यक्षता में पंचायत बुलाई गई. जिसमें कान-पकड़ कर उन्हें उठक-बैठक करने की सजा दी गई थी. पंचों का सम्मान करते हुए बीजेपी नेता ने सजा स्वीकार भी कर लिया था. उसी दौरान एक बदमाश ने उठक-बैठक करते और पैर छूकर माफी मांगते बीजेपी नेता का वीडियो बना लिया था.इधर सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने की जानकारी के बाद जिले के बीजेपी नेताओं में रोष व्याप्त है. इस मामले को गम्भीरता से लेकर नालंदा एसपी व पार्टी हाईकमान से भी बात कर कार्रवाई करने की मांग करने लगे हैं.सवाल ये है कि तबलीगी समाज के मुखिया की चर्चा करने के आरोप में बीजेपी नेता को किस हैसियत से पंचायत ने सजा सुना दी.