सिटी पोस्ट लाइव : अब शराबियों ने सरकारी अस्पताल को ही मयखाना बना लिया है. राजधानी पटना के दानापुर खगौल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शाम होते ही मयखाने में तब्दील हो जाता है. यहाँ ईलाके के सारे शराबी जुटते हैं और शुरू हो जाती है शराब पार्टी. ये शराब पार्टी देर तक तक और कभी कभी तो तीन बजे सुबह तक जारी रहती है. पुलिस को ये जानकारी नहीं है, भरोसा नहीं होता. यहाँ का बच्चा बच्चा जानता है कि दिन में यहाँ ईलाज और रात में शराब पार्टी होती है. मीडिया को तब पता चला जब यहाँ शराबियों की महफ़िल जमी थी और पानी ख़त्म हो गया. एक शराबी तो इसी अस्पताल में अम्बुलेंस चलाता है, अपने घर से पानी लाने गया. जैसे ही वो घर पहुंचा देखा कि शराब बेचनेवाला माफिया उसके घर से बाहर निकल रहा है. नशे में चूर शराबी ने जब अपने घर से शराब माफिया को निकलते देखा तो शोर मचाने लगा. उसे लगा उसकी बीबी के साथ वह मजे लूट रहा था. जब हंगामा हुआ तो मीडिया वाले भी पहुँच गए.
मीडिया के सामने हॉस्पिटल का अम्बुलेंस चलाने का दावा करनेवाले इस विकास कुमार ने शराब के नशे में सबकुछ मीडिया के सामने उगल दिया. कौन शराब बेचता है? कौन कौन यहाँ शराब पिता है? हॉस्पिटल के गार्ड कैसे सबको हॉस्पिटल में बिठाकर शराब सप्लाई करता है और पीने के लिए अस्पताल को मयखाना बना देता है, इसने खुद बताना शुरू कर दिया. अस्पताल के गार्ड राज कुमार शराब उपलब्ध कराता है. वह शराब माफिया पवन से शराब लेता है. पूर्व पार्षद प्रशांत कुमार उर्फ डब्लू , शराब माफिया पवन के साथ यहाँ रोज शराब पिता है और मुझे भी पिलाता है. इतना ही नहीं, अपनी बात को सच साबित करने के लिए इस शराबी ने अस्पताल के अन्दर घुसकर फर्श पर इधर उधर बिखरे शराब के दर्जनों बोतलें दिखा दी. अस्पताल से दर्जनों शराब की बोतल निकाल दिए. जब हंगामा हो गया पुलिस को पता चल गया कि अब यह शराब का अड्डा मीडिया की नजर में आ गया है, तो वह आई और अस्पताल के गार्ड को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई. यानी डयूटी के नाम पर खानापूर्ति कर दी.