रांची : राजधानी रांची में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने बुधवार को स्वास्थ्य निदेशालय कार्यालय में पदस्थापित क्लर्क कृष्णकांत बारला को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। उस पर आरोप है कि वह स्पष्टीकरण को मैनेज करने के नाम पर रिश्वत की मांग कर रहा है।
आरोप यह भी है कि एसीबी के हाथों गिरफ्तार स्वास्थ्य निदेशालय का यह क्लर्क फाइल मैनेज करने के नाम पर विभाग के अन्य कई कर्मचारियों से रिश्वत की मांग करता था। शिकायत के आधार पर एसीबी की टीम ने 10 हजार रुपये लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया।
जानकारी के अनुसार एसीबी की रांची शाखा की टीम ने झारखंड के लातेहार जिला स्थित अंबाकोठी निवासी संतोष कुमार (35) की शिकायत पर यह कार्रवाई की है। संतोष कुमार के आवेदन पर एसीबी की टीम ने कार्रवाई करने से पहले पुलिस निरीक्षक स्तर के पदाधिकारी से मामले का सत्यापन कराया। इसके आधार पर 8 मार्च को (कांड सं-03/22) मामला दर्ज करने के बाद कार्रवाई की गई।
रिपोर्ट में बताया गया है कि परिवादी पर पुरानी हेसाग और पुरानी अरमु के ग्राम प्रधानों की और से डॉ भरत भूषण भगत के बहकावे में धांधली एवं अनियमितता का आरोप लगाया है। इन दोनों गांवों के प्रधानों ने परिवादी पर असामाजिक संगठनों से सांठगांठ का भी आरोप लगाया है।
परिवादी पर लगे इन आरोपों के बाद विभाग की ओर से आवेदक से स्पष्टीकरण मांगा गया था। इसी स्पष्टीकरण को मैनेज करने के एवज में स्वास्थ्य निदेशालय के क्लर्क कृष्णकांत बारला ने 10 हजार रुपये की मांग की थी, जिसके खिलाफ परिवादी और आवेदक ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में शिकायत दर्ज कराई थी।