सिटी पोस्ट लाइव : शराब चीज़ ही ऐसी है ना छोड़ी जाये, ये मेरे यार के जैसी है ना छोड़ी जाये. वैसे तो ये एक गाने के बोल हैं लेकिन ये बोल बिल्कुल सही है. एकबार शराब की लत लग गई तो फिर जिन्दगी क्या और मौत क्या. कोई फर्क नहीं पड़ता. यहां तक की नौकरी से भी हाथ धोना पड़े तो भी कोई गम नहीं. कुछ ऐसा ही मामला पश्चिमी चंपारण से सामने आया है. जहां शराब न पीने की शपथ खाने वाले हेडमास्टर साहब शाम होते ही शपथ भूल दारू के नशे में टल्ली हो गए.
बता दें शुक्रवार को मद्य निषेध दिवस मानाया गया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और मंत्रीगण सहित सभी कार्यालयों के कर्मचारियों ने आजीवन शराब न पीने की कसमें खाईं. लेकिन शाम होते ही हेडमास्टर साहब अपनी इस कसम को भूल गए. वहीं पुलिस ने मास्टर साहब को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि पूछताछ में टीचर ने कहा कि उन्होंने बिहार में नहीं बल्कि यूपी में शराब पी है.
जानकारी के अनुसार पुलिस ने शाम के सात बजे हेडमास्टर को यूपी के छतौनी से शराब पीकर लौटते हुए गिरफ्तार कर लिया. यह मामला पश्चिमी चंपारण के पिपरासी थाना क्षेत्र के कांटी टोला के श्रीपतनगर का है. गिरफ्तार आरोपी का नाम कुंदन कुमार गोंड है. घटना की जानकारी एसपी को भी दी गई है. उन्होंने कहा कि मेडिकल जांच के बाद आरोपी को जेल भेजा जाएगा.