सिटी पोस्ट लाइव : हरिओम अपने ईलाके में सांप देखे जाने की सूचना पाते ही उन्हें बचाने के लिए दौड़ पड़ते हैं. वे फन देखकर सांप की उम्र और लिंग बता देते हैं. हिरओम सांपों को सुरक्षित पकड़ उन्हें आबादी से दूर जंगल और झाड़ियों में छोड़ आते हैं.सदर प्रखंड के अहिरौली निवासी युवा हरिओम इलाके में स्नैक सेवर के नाम से प्रसिद्ध हैं. उन्होंने अपना जीवन ही सांपों की रक्षा के लिए समर्पित कर दिया है.
शिवरात्रि के ठीक एक दिन पहले दो जहरीले और खतरनाक सांपों का जीवन बचाते हुए हरिओम ने यह संदेश दिया है कि सांप हमारे दुश्मन नहीं हैं. प्रकृति ने जिस प्रकार सभी जीवों को जीने का अधिकार दिया है, उसी तरह सांपों को भी जीवन जीने का अधिकार है. हरिओम बताते हैं कि किसी भी सांप के आंखों और फन के बीच की दूरी कितनी सेंटीमीटर है, इसी पर उसके उम्र का निर्धारण किया जाता .इसके अतिरिक्त नर और मादा की समझ उसके फन अथवा सिर के आकार को देखकर पता लगता है. अगर चौड़ा फन हुआ तो वह नाग है और अगर फन कुछ पतला हुआ तो वह नागिन है.उनके अनुसार नागिन बहुत गुस्सैल होती है तथा वह बार-बार डंक मारने का प्रयास करती है. लेकिन, जब तक सांपों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जाए वह लोगों को नुकसान नहीं पहुंचाते.
हरिओम के अनुसार धामिन सांप जिस खेत में रहती है वहां फसल बहुत अच्छी होती है.धामिन चूहों का शिकार करती है. यह इंसानों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाती साथ ही विषहीन होती है. कई बार काली धामिन को देख लोग करैत समझ मार डालते हैं. उन्होंने बताया कि सांपों को बचाने का अभियान तेज करने के लिए जल्द ही वह ट्रस्ट बनाने जा रहे हैं.