सिटी पोस्ट लाइव –बिहार में ग्रेजुएट चाय वाली और आत्मनिर्भर चायवाली के बारे में अपने सुना होगा लकिन अब हम आपको अपराध की दुनिया के ग्रेजुएट कट्टा वाले गैंग के बारे में बताने जा रहे हैं। ग्रेजुएट कट्टा वाले गैंग में सिविल इंजीनियर्स से लेकर बीसीए और बीएड तक के युवा शामिल हैं।नेपाल और बांग्लादेश की सीमा से सटे पूर्णिया प्रमंडल में अब ‘ग्रेजुएट कट्टा वाला गैंग’ लुटेरों का गिरोह पुलिस की चैन छिन रहा है।
पैथोलाजी संचालक से लेकर चिकित्सक व प्रोफेसर के लाडले है
हैरानी की बात ये है की ऐसे गिरोह में सिविल इंजीनियर के साथ-साथ बीसीए व बीएड की डिग्री प्राप्त युवा भी शामिल हैं जो लगातार वारदातों को अंजाम भी दे रहे हैं। ये पढ़े लिखे अपराधी पैथोलाजी संचालक से लेकर चिकित्सक व प्रोफेसर के लाडले है| जो अब अपराधी बन सड़कों पर कट्टा तान रहे हैं। दो सालो में पूर्णिया के साथ-साथ अररिया, किशनगंज व कटिहार जिले की पुलिस जिन बड़ी लूट के वारदातों के बारे में बता रहे है
ट्रैक्टर ट्राली समेत 192 बोरा मक्का लूट
उनमें तीन दर्जन ऐसे अपराधी भी पकड़े गए हैं, जो फिजिक्स व केमेस्ट्री जैसे विषयों में ग्रेजुएट है।वही बीते तीस मई को पूर्णिया जिले के केनगर थाना क्षेत्र के परोरा में ट्रैक्टर ट्राली समेत 192 बोरा मक्का लूट का हाल में ही पुलिस ने खुलासा किया है । इस घटना में तीन दिन पहले ही 8 बदमाशों को पुलिस ने घटना में इस्तमाल लिए गये कार और चार बाइकों के साथ गिरफ्तार किया। पुलिस ने जब अपराधियों से पूछताछ शुरु की तो वो भी हैरान रह गये।दरअसल ये सभी अपराधी बेरोजगारी और कम तन्खा पर काम करने से परेशान रहने के कारण अपराध के गलियारों मे आ गए और चोरी का काम शुरू कर दिया।कई ऐसे युवा है जो प्रेम प्रसंग मे पर कर अपराधी बन जाते है,तो कई ऐसे युवा है जो मज़बूरी में अपराध का रास्ता चुन लेते है |