सिटी पोस्ट लाईव ;बिहार के गोपालगंज के नगर थाना के सरेया वार्ड नम्बर 03 भितभैरवा रोड स्थित महिला अल्पवास केंद्र से चार लड़कियों के फरार हो जाने का मामला सामने आया है.इन लड़कियों के फरार होने की तस्वीर सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है. लड़कियों के फरार होने की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन और एनजीओ संचालक में हड़कंप मच गया. जानकारी के मुताबिक नगर थाना के सरेया वार्ड नम्बर 03 में महिला अल्पवास केंद्र का संचालन किया जाता है. यह महिला अल्पवास केंद्र मुख्यमंत्री नारी शक्ति योजना के अंतर्गत महिला विकास निगम के द्वारा संचालित किया जाता है. इस महिला अल्पवास केंद्र में वैसे महिलाओं या लड़कियों को रखा जाता है जिन्हें कहीं से मुक्त कराया जाता है या फिर वैसे लोग जो लावारिस हालत में मिलते हैं.
लेकिन शुक्रवार की रात करीब ढाई बजे यहां 4 लड़कियां कर्मियों को चकमा देकर फरार हो गईं. महिला अल्पवास केंद्र में मौजूद कर्मियों के मुताबिक रात को इन लड़कियों ने पहले मुख्य गेट की चाभी चुरायी और अल्पवास केंद्र का ताला खोलकर बरामदे में पहुंची. फिर बरामदे से वे आसानी से छज्जे के सहारे कैंपस में पहुंचीं.कैंपस में आने के बाद ये लड़कियां बारी बारी से कैंपस की दीवार फांदकर भाग जाती है. लड़कियों की यह वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई है. लड़कियों के भागने की सूचना के बाद जिला कार्यक्रम पदाधिकारी प्रेम प्रकाश ने मामले की जांच शुरू कर दी है. प्रेम प्रकाश के मुताबिक भागने वाली लड़कियों में मांझा की रहने वाली रानी कुमारी, थावे के रामचन्द्रपुर की रहने वाली सोनिया कुमारी और सिलिगुड़ी की रहने वाली मनीषा थापा और अनुष्का क्षेत्री शामिल हैं.
भागनेवाली चार में से 3 लड़कियों को 15 दिन पूर्व ही महिला थाना के द्वारा ऑर्केस्ट्रा से मुक्त कराकर यहां रखा गया. जबकि एक लड़की को मांझा पुलिस ने एक माह पहले यहां भर्ती कराया था. लड़कियों के भागने की सूचना नगर थाना के महिला पुलिस को दे दी गयी है. इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दे दिया गया है. साथ ही एनजीओ और ड्यूटी पर मौजूद कर्मियों की लापरवाही के खिलाफ अपनी रिपोर्ट प्रशासन को सौंप दी गयी है.एनजीओ के संचालक विश्वजीत पाण्डेय के मुताबिक पूर्व में भी यहां से दो लड़कियां भागी थी जिसको लेकर नगर थाना में सनहा दर्ज कराया गया था लेकिन अभी तक उन्हें नहीं ढूंढा गया.
लेकिन सवाल ये उठता है कि ईन अल्प्वास केन्द्रों से लड़कियाँ क्यों फरार हो रही हैं.ऐसे केन्द्रों की स्थापना तो मकसद असहाय महिलाओं की सहायता करना है फिर यहाँ से वो भाग क्यों रही हैं.क्यों महिलाओं को ये सरकारी अल्प्वास केंद्र रास नहीं आ रहे हैं ?