गिरिडीह: केबीसी के नाम पर ठगी करने वाला इंजीनियरिंग का छात्र गिरफ्तार
सिटी पोस्ट लाइव, गिरिडीह: कौन बनेगा करोड़पति (केबीसी) के नाम पर साइबर ठगी करने वाले मैकेनिकल इंजीनियरिंग छात्र सुजीत कुमार को गिरिडीह साइबर पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। आपराधिक गिरोह से जुड़ा सुजीत अपने अन्य दोस्तों के साथ मिलकर इनाम का लालच देकर लोगों को झांसे में लेकर ठगता था। सुजीत कुमार गिरिडीह के पचंबा थाना क्षेत्र के रानीखावा का निवासी है। सुजीत ने गुजरात में काम करनेवाले एक युवक को शिकार बनाया था। अब पुलिस सुजीत के साथियों की तलाश में जुटी हुई है।
पुलिस पूछताछ में सुजीत ने बताया कि वह लोगों को कॉल करके बताता है कि आप केबीसी के लक्की ड्रॉ के विजेता हैं। लोगों को 25 लाख या अन्य राशि जीतने की बात कही जाती है। जब सामनेवाला उनकी बातों में आ जाता है तो चेक क्लीयर करने के नाम पर प्रति लाख 1500 रुपए की डिमांड की जाती है। जब उस राशि का भुगतान उनके जाल में फंसा व्यक्ति कर देता है तो उससे पुन: यह कहा जाता है कि रकम दूसरे स्टेट ट्रांसफर करना है तो 1500 रुपए प्रति लाख और देना होगा। इसी तरह की जालसाजी गुजरात में काम करनेवाले चुन्नू कुमार सिंह से भी की गयी थी। चुन्नू को 25 लाख इनाम जीतने की बात कही गयी और वह झांसे में आ गया। चुन्नू के पिता सुरेंद्र सिंह व जमुआ का रवि सिंह उसके पास लगातार आने लगे और रकम वापस करने का दबाव भी बनाने लगे। सुजीत का कहना है कि उसने जब चुन्नू के पिता व उसके साथ आनेवाले व्यक्ति को धमकी देकर भगाने का काम किया तो वे लोग पचम्बा थाना में प्राथमिकी दर्ज करा दी।
सुजीत ने बताया कि वह खंडोली इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है। अभी वह पांचवें सेमेस्टर में है। छह माह पूर्व वह साइबर क्राइम के मास्टर माइंड मधु रजक की संगत में आया। मधु ने बताया कि किस तरह साइबर अपराध से पैसा कमाया जाता है। वह मधु की बातों में आ गया और 10 हजार की माहवारी के हिसाब से अपना एटीएम कार्ड मधु को दे दिया। उसका चचेरा भाई सूरज भी मधु के साथ गिरोह में जुड़ गया और उसने भी अपना एटीएम कार्ड मधु को दे दिया। पूछताछ में सुजीत ने बताया कि मधु व सूरज के पकड़ाने से गिरोह के संबंध में और भी जानकारी मिलेगी।