जारी है रैक प्वाइंट पर कब्जे का खेल, पश्चिम चंपारण में गुटों में हिंसक झड़प.
सिटी पोस्ट लाइव : रेलवे के रैक पॉइंट पर कब्ज़ा जमाने को लेकर बिहार के कई जिलों में दबंगों के बीच घमाशान चल रहा है. रैक पॉइंट पर कब्ज़ा कर दबंग हर रैक पर रंगदारी वसूलते हैं. सूत्रों के अनुसार जिस पार्टी का रैक पॉइंट पर कब्ज़ा रहता है उस पार्टी को हर रैक पर डेढ़ लाख रूपये की रंगदारी मिलती है. पश्चिमी चंपारण रेलवे स्टेशन से रेलवे रैक प्वाईंट (Railway rack point) को भी इसी वजह से हटाया गया उसे कुमारबाग रेलवे स्टेशन (Kumarabagh Railway Station) पर ले जाया गया .लेकिन वहां भी दबंग कब्ज़ा जमाने को लेकर खुनी खेल खेलने लगे हैहैन.
शुक्रवार को चनपटिया के कुमारबाग रेलवे रैक प्वाईंट पर रेलवे रैक प्वाईंट पर कब्जे को लेकर दो दबंगों के समर्थकों के बीच हिंसक झड़प (Violent clash) हो गई. इसमें दोनों पक्ष के लोगों ने एक दूसरे पर लाठी डंडे व हथियार के साथ हमला कर दिया जिसमें 3 लोग घायल हो गए. बताया जा रहा है कि इस दौरान पुलिस के सामने ही हथियार लहराए गए (Wave weapons) जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने हालात को काबू में किया.
इस मामले में पुलिस ने मौके से दो लोगों को हिरासत में भी ले लिया है. हालांकि अभी भी तनाव बना हुआ है जिसको देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स कैंप कर रही है.गौरतलब है कि रेलवे रैक प्वाईंट पर माल उतरवाने को लेकर बेतिया में दोहरा हत्याकांड हो चुका है और हमेशा वर्चस्व को लेकर झड़प होती रहती है.वर्चस्व की लड़ाई को देखते हुए रैक प्वाईंट को कुमारबाग रेलवे स्टेशन पर शिफ्ट कर दिया गया और उसको लेकर पिछले महीने कुमारबाग ओपी की भी स्थापना की गई. बावजूद इसके माल उतरवाने को लेकर जिले के दबंग अभिषेक राय व स्थानीय दबंग प्रमोद सिंह के समर्थक कब्जा करने के लिए आपस में भिड़ गए.
मौके पर पहुंचे एसडीपीओ सदर के नेतृत्व में भारी पुलिस बल ने स्थिति को नियंत्रित कर लिया है. स्थानीय दबंग प्रमोद सिंह को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. जिस गाड़ी से हथियार को लाया गया था उसे भी पुलिस ने जब्त कर लिया है . गौरतलब है कि रैक प्वाईंट पर कब्जे को लेकर बेतिया में कई घटनाएं हो चुकी हैं.गोपालगंज में भी आये दिन रैक पॉइंट पर कब्ज़ा को लेकर खुनी संघर्ष जारी है.दरअसल बेतिया रैक प्वाईंट पर अभिषेक राय माल उतरवाने का काम करता था, लेकिन रैक प्वाईंट का कुमारबाग चले जाने के बाद स्थानीय पूर्व मुखिया प्रमोद सिंह अपना कब्जा जमाना चाहता है. बहरहाल पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए बड़ी घटना होने से बचा तो लिया है लेकिन आने वाले समय में खूनी संघर्ष की घटना से इनकार नहीं किया जा सकता है.इसी तरह की आशंका गोपालगंज में भी बनी हुई है.