सिटी पोस्ट लाइव : जिले के भोरे रेफरल अस्पताल परिसर स्थित शौचालय के टंकी में भारी मात्रा में फेंकी गई दवाइयां बरामद की गई। वही दवा मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गई वही सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र प्रसाद द्वारा जांच के बाद कार्रवाई के आदेश दिया गया है। दरअसल घटना के संदर्भ में बताया जाता है कि जिला परिषद उपाध्यक्ष अमित कुमार राय ने सूचना पाकर रेफरल अस्पताल पहुंचे इस दौरान अस्पताल में जांच की जांच के दौरान जर्जर हो चुके पुराने भवन, शौचालय की टंकी और परिसर में उग आए घास-फूस में फेंकी हुई भारी मात्रा में दवाएं मिलने लगीं।
एक जर्जर भवन में दवाओं से भरे कार्टन को छिपा कर रखने तथा अस्पताल परिसर में फैले घास-फूस में दवाओं को जलाए जाने की बात भी सामने आई। बरामद दवाओं में कुछ की एक्सपायरी समाप्त हो गई थी,तो कुछ ऐसी भी दवाएं मिलीं, जिनकी एक्सपायरी जुलाई 2022 है। सरकार द्वारा फैमिली प्लानिंग के लिए जोड़ों को मुफ्त में दिये जाने वाले निरोध और गर्भ निरोधक गोलियां भी बड़ी मात्रा में मिली हैं। वही जानकारी मिलते ही बीडीओ डॉ. संजय कुमार राय भी मौके पर पहुंचे और पूरे मामले की जांच की।
जांच के दौरान फेंकी गयी 19 प्रकार की दवाओं का सैंपल एकत्रित किया गया। वहीं कुल 37 प्रकार की दवाएं फेंकी हुई मिलने की बात सामने आई। जांच के दौरान अस्पताल परिसर में बंद किये शौचालयों का मुद्दा भी उठा। आशा कार्यकर्ताओं ने बताया कि फेंकी गई दवाओं को उन्हें उपलब्ध कराया गया होता, तो गर्भवती महिलाओं के बीच वितरित कर दिया गया रहता। इस सन्दर्भ में सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र प्रसाद ने कहा है कि जांच के आदेश दिया गया है जाँच में दोषी पाए जाने वालो पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गोपालगंज से नवाब अहमद की रिपोर्ट