सिटी पोस्ट लाईव : आइये आपसे मिलवाता हूँ एक ऐसे सख्श से जो पेशे से सिविल इंजिनियर है. हिंदी तो वो बोलता ही नहीं. अंग्रेजी इतने फराटेदार बोलता है कि सामनेवाला एकबार हिल जाए. ऐसा ही हुआ जब उससे सामना पाटलिपुत्र थाने के थानेदार की हो गई .इतना अंग्रेजी झाड़ा कि थानेदार साहब हिल गए. आप सोंच रहे होगें , पेशे से सिविल इंजिनियर का थानेदार से क्या पाला पड़ गया. दरअसल, ये इंजिनियर साहब पकडे गए हैं शराब की एक बड़ी खेप के साथ . पाटलिपुत्र थाने की पुलिस के अनुसार इंजिनियर साहब को पुलिस की पेट्रोलिंग पार्टी ने बाईक पर जाते पकड़ा.चेक किया तो उनकी पिठू बैग से तीन बोतल रॉयल चैलेंज शराब की बोतल निकल गई. थाने लाकर पूछताछ शुरू हुआ तो इंजिनियर साहब ने सबकुछ बक दिया .पुलिस उनके घर पहुंची तलाशी लेने लेकिन कुछ हाथ नहीं आया . फिर जब पुलिस ने दबाव बनाया तो इंजिनियर साहब की माता ने राज खोला .अपार्टमेंट के बेसमेंट में खादी उनकी स्कार्पियो गाडी से 180 एम्एल की 141 बोतल शराब मिली .गाडी के सीट के नीचे से तीन बोतल शराब मिली.
पुलिस माजरा समझ गई . इंजिनियर साहब बेरोजगारी में डोर टू डोर शराब की बोतल सप्लाई का काम कर रहे हैं. पेशे से सिविल इंजिनियर हैं लेकिन नौकरी नहीं मिली तो बन गए शराब तस्कर . अपने गाडी को ही बना दिया शराब की गोदाम और खुद बाईक से डोर टू डोर डिलीवरी शुरू कर दी. पुलिस के अनुसार इंजिनियर साहब इतते धारदार अंगरेजी बोलते हैं कि क्या मजाल कोई पुलिसवाला इनके ऊपर हाथ डालने की हिम्मत जुटा सके. लेकिन आज वो फंस गए और अपना असली परिचय बता दिया . भाई डीग्री सिविल इंजिनियर की है लेकिन काम है शराब तस्कर का. ईलाके के लोगों का कहना है कि इंजिनियर साहब से लोग परेशान थे .कईबार पुलिस को गुप्त सूचना भी दी लेकिन कोई कारवाई नहीं हुई .आज खुद राह चलते पकडे गए तो लोगों ने राहत की सांस ली है.