सिटी पोस्ट लाइव : सासाराम में बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस की महिला बटालियन में डीएसपी के पद पर तैनात महिला डीएसपी संकट में हैं. भागलपुर के कहलगांव में जब वो एसडीपीओ पद पर तैनात थीं, उन्होंने अपने पति को IPS का वर्दी पहनाकर लिए गए सेल्फी को सोशल मीडिया में उन्होंने वायरल कर दिया था.गौरतलब है कि एसडीपीओ के पति सौरभ कुमार पुलिसकर्मी नहीं हैं. इसके बावजूद आइपीएस वर्दी में उनकी तस्वीर रेशू कृष्णा ने अपने की फेसबुक आइडी से पोस्ट की थी. तस्वीर में दोनों एक गाड़ी में सवार थी. रेशू कृष्णा भोजपुर में कई कांडों का सफलतापूर्वक पर्दाफाश कर सुर्ख़ियों में सुर्खियों में आई थीं.
डीएसपी रेशु कृष्णा जांच रिपोर्ट में दोषी पाई गई हैं. गृह विभाग ने इस मामले में विभागीय कार्यवाही शुरू करने का निर्देश दे दिया है. शाहाबाद के डीआइजी क्षत्रनील सिंह को संचालन पदाधिकारी नियुक्त किया गया है. महिला डीएसपी को दस कार्यदिवस के अंदर या डीआइजी के निर्देश पर तय समय पर डिहरी स्थित डीआइजी कार्यालय में उपस्थित होने का आदेश दिया गया है. गृह विभाग के संकल्प के अनुसार, रेशु कृष्णा के पति सौरभ कुमार न तो आइपीएस हैं और न ही पुलिसकर्मी. पिछले साल कहलगांव एसडीपीओ रहते हुए महिला डीएसपी ने अपने सरकारी मोबाइल के वाट्सएप एवं अन्य इंटरनेट मीडिया पर अपने पति के साथ आइपीएस की वर्दी में फोटो व वीडियो शेयर किया.
जांच में यह भी स्पष्ट हुआ कि बटेश्वरनाथ मंदिर में भी अपने पति के साथ ऐसी तस्वीरें बनवाईं जिसमें पति पुलिस की वर्दी में दिख रहे हैं.यह कृत्य रेशु कृषणा के मनमानेपन और पति को वर्दी पहनने की मौन स्वीकृति देना माना जाएगा. यह समाज में भ्रम फैलाने का परिचायक है जो पुलिस पदाधिकारी के आचरण के प्रतिकूल है. इस मामले में महिला डीएसपी ने लिखित बचाव अभिकथन भी दिया जिसे स्वीकार योग्य नहीं पाया गया है. अब महिला डीएसपी पर लगे आरोपों की वृहद जांच के लिए विभागीय कार्रवाई संचालित करने का निर्णय लिया गया है.