लड़की का भाई पूछता रहा क्यों तोड़ रहे हैं शादी, लेकिन दहेज़ लोभियों ने उसे फोन पर दे दी जान से मारने और उठा लेने की धामकी.मोबाइल फोन रिकॉर्ड है ऑडियो लेकिन एसपी मांग रहे और सबूत .
सिटीपोस्टलाईव: एक तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बाल-विवाह और दहेज़ प्रथा जैसी कुरूतियों के खिलाफ राज्य-व्यापी अभियान चला रहे हैं वहीं कुछ दहेज़ लोभी उनके इस नेक अभियान को पलीता लगाने में दहेज़ लोभी और उनकी पुलिस कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है. सबसे ख़ास बात -दहेज़ की मांग को लेकर शादी से इनकार कर दूसरी शादी तय कर लेने का यह मामला खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के राजनीतिक क्षेत्र नालंदा से आ रही है. खबर के अनुसार नालन्दा जिले के परवलपुर थाना के नई गावं के अरुण कुमार की ग्रेजुएट बिटिया रानी शिल्पी कुमारी की सगाई 6 फ़रवरी 2017 में ही हरनौत थाना क्षेत्र के निवासी, फरीदाबाद में कार्यरत बैंक मेनेजर अश्वनी कुमार के साथ हो गई थी. लेकिन यह बैंक मेनेजर 20 लाख दहेज़ की मांग को लेकर शादी की तारीख टालता आ रहा था. अब उसने दूसरी शादी तय कर ली है और आज ही वह शादी रचाने भी जा रहा है.शिल्पी के भाई प्रिंस कुमार ने बताया कि अबतक दहेज़ में 5 लाख रुपये और लाखों के आभूषण दिए जा चुके हैं. अभी भी बैंक मेनेजर 20 लाख की मांग पर टिका हुआ था और अब तो वह दूसरी शादी करने भी जा रहा है. शिल्प के पिता अरुण कुमार ने बताया कि जब दूसरी शादी करने की तैयारी की खबर मिली तो उन्होंने एसपी से मुलाक़ात की. एसपी ने उन्हें महिला थाने भेंज दिया. महिला थाने की प्रभारी ने शिकायत दर्ज कर लडके को नोटिस भी भेंज दिया लेकिन आगे कोई कारवाई नहीं हुई. अब महिला थाना प्रभारी प्रभा सिन्हा कह रही हैं कि वो ये शादी नहीं रोक सकतीं. सिटीपोस्ट संवाददाता ने जब एसपी से संपर्क किया तो उनका कहना था कि ये शादी वो नहीं रोक सकते क्यूंकि दहेज मांगे जाने का कोई पुख्ता सबूत लड़की वाले नहीं दे पाए हैं. एसपी के कहने पर लड़की के घरवालों ने परवलपुर थाने में भी शिकायत दर्ज कराई लेकिन थानेदार ने लिखित शिकायत तो ले ली लेकिन न तो कोई एफआईआर दर्ज किया न ही आवेदन का कोई रीसिविंग उन्हें दिया. थाना भी कुछ कर नहीं रहा . आज ही उनका दामाद अश्वनी दूसरी शादी भी कर रहा है.ग्रेजुएट होने के वावजूद भी दहेज़ के कारण अपनी शादी टूट जाने से दुखी बिटिया ने अब मुख्यमंत्री से सिटीपोस्ट के जरिये इस शादी को रोकने की अपील की है. शिल्पी के भाई प्रिंस कुमार के लाख मनाने पर भी लड़के वाले नहीं माने, कई बहानों के साथ बस कहना था कि शादी नहीं हो सकती, हमारा तुमसे कोई रिश्ता नहीं. गाली-गलौज के साथ साथ हत्या और उठाने की भी बात लड़के के चाचा ने कर दी. एक परिवार पर जब लड़की की शादी टूटती है तो क्या गुजरता है ये उनके घर वाले ही जानते हैं. उस जख्म पर मरहम लगाने के बजाए पुलिस ने भी हाथ खड़े कर लिए. लडकी वालों की तरफ से इतने आव भगत के बाबजूद भी शादी टूट गई. मांगों के अनुसार उनकी सारी फरमाईशें पूरी हुई लेकिन अब लड़का दूसरी शादी करने जा रहा है.आरोपी लडके के पिता का कहना है कि आरोप बेबुनियाद है.अगर दहेज़ मांगे जाने का कोई सबूत हो तो लड़कीवालों को दिखाना चाहिए .गौरतलब है कि शादी-व्याह में दिए जाने वाले दहेज़ की कोई लिखा पढ़ी तो होती नहीं, ऐसे में कोई लिखित प्रमाण भी दहेज़ मांगे जाने की नहीं होती. पुलिस तो परिजनों को कोई उम्मीद नहीं अब देखना ये है कि सरकार इस मामले का समय रहते संज्ञान लेती है या नहीं .
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