सार्वजनिक चापाकल के इस्तेमाल पर दलितों को दी खौफनाक सजा.

City Post Live

सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में लगातार दलित उत्पीडन के मामले सामने आ रहे हैं.21 वीं सदी में भी बिहार में जात-पात और ऊंच-नीच का भाव कम होने का नाम नहीं ले रहा.इसी सप्ताह पूर्णिया में महादलितों के साथ अत्याचार हुआ और अब छपरा जिले से दलित उत्पीडन की खबर आ रही है. भेल्दी थाना क्षेत्र के मौलानापुर गांव में  आधा दर्जन दलितों को बर्बर तरीके से महज इसलिए मारा गया क्योंकि उन्होंने सार्वजनिक चापाकल इस्तेमाल कर लिया था. इन लोगों के हिसाब से अब इस चापाकाल का पानी पीने लायक नहीं है क्योंकि दलितों ने इससे पानी पी लिया है.

खबर के अनुसार 12 मई को भेल्दी थाना क्षेत्र के मौलानापुर गांव निवासी शिवप्रसाद राम के घर के लोग सार्वजनिक चापाकल पर शौच के बाद हाथ धो रहे थे. तभी गांव के ही एक दर्जन से ज्यादा लोग हथियार लेकर पहुंचे और उनपर धावा बोल दिया. इस हमले में 6 लोग घायल हो गए थे. घायलों में शिव प्रसाद राम, चंदन कुमार राम, सिकंदर राम, विवेक कुमार राम, सरोज देवी और पन्ना देवी शामिल हैं. इन्हें इलाज के लिए गड़खा CHC ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने सदर अस्पताल छपरा रेफर कर दिया. छपरा में कुछ लोगों का इलाज हुआ एवं गंभीर स्थिति को देखते हुए 3 लोगों को PMCH पटना रेफर कर दिया गया. PMCH में इलाज के क्रम में शनिवार को शिव प्रसाद राम की मौत हो गई.

अगर PMCH में एक दलित की मौत नहीं होती तो शायद यह खबर सामने भी नहीं आती.प्रशासन ने भी अबतक कोई ठोस कारवाई इस मामले में नहीं की है. 15 मई को घायलों की तरफ से प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. प्राथमिकी में आरोपियों का नाम भी बताए गए थे. ग्रामीणों ने एसपी से भी इस संबंध में शिकायत की थी लेकिन नतीजा सिफार रहा. कोई कार्रवाई नहीं होने से हमलावरों का मनोबल बढ़ा हुआ है और आगे भी हमले की संभावना बनी हुई है.

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