सिटी पोस्ट लाइव: वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के बीच भी ढोंगी बाबा अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं और धर्म के नाम पर बहला-फुसलाकर ग्रामीण इलाकों की लड़कियों को अपने शिकंजे में फंसा रहे हैं. साथ ही उनसे गलत काम करवाने की फिराक में रहते हैं. ऐसा ही एक मामला तेघरा अनुमंडल क्षेत्र के भगवानपुर थाना अंतर्गत बनवारीपुर गांव से सामने आया है. इस मामले में आरोपी रामशरण स्वरूप सरण ने एक स्थानीय युवती को कथा वाचिका बनाने का झांसा देकर गांव से लेकर फरार हो गए और उसके साथ दुर्व्यवहार करने की भी कोशिश की.
हालांकि, परिजनों की शिकायत के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आसाराम बापू की तरह रामस्वरूप शरण को भी गिरफ्तार कर लिया है तथा उन्हें जेल भेजने की तैयारी कर रही है. पुलिस ने जब दबिश बनाना शुरू किया और शारीरिक रूप से दंडित किया तो रामस्वरूप शरण ने भी अपना अपराध कबूल किया है. दरअसल, भगवानपुर थाना क्षेत्र के बनवारीपुर गांव में तकरीबन 1 माह पूर्व लॉकडाउन से पहले एक यज्ञ का आयोजन किया गया था. यज्ञ के कर्ता-धर्ता स्थानीय संत रामस्वरूप शरण ही थे.
उन्होंने बनवारीपुर गांव की लड़की सुजाता कुमारी को वैष्णव कह कर पहले यज्ञ कार्य में हाथ बंटाने के लिए कहा और यज्ञ समाप्ति के बाद सुजाता कुमारी की मां कंचन देवी से सुजाता कुमारी को सौंपने की बात कही. परिजनों के अनुसार, रामस्वरूप शरण ने कहा कि चुकी सुजाता वैष्णव लड़की है इसलिए इसे कथा वाचिका बना दूंगा इसको हम लोगों के साथ जाने दीजिये. लेकिन, परिजनों ने जब इस बात से इनकार किया तब रामस्वरूप सरण ने तंत्र-मंत्र के माध्यम से सुजाता का एवं उसके परिवार का मानसिक संतुलन बिगड़ने की धमकी दी और फिर सुजाता कुमारी को लेकर फरार हो गए.
बेगूसराय से जीवेश तरुण की रिपोर्ट