डीजीपी खुद पहुँच गए रोहित हत्याकांड की जांच करने गोपालगंज, आज करेगें बड़ा खुलासा.
सिटी पोस्ट लाइव :बिहार के गोपालगंज जिले के कटेया में हुए चर्चित रोहित हत्याकांड की जांच करने शुक्रवार को खुद डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय (DGP Gupteshwar Pandey) खुद कटेया पहुँच गए.डीजीपी के अनुसन्धान का तरीका बिलकुल अलग था.उन्होंने पुलिस डायरी पर भरोसा करने की बजाय आम लोगों से फीडबैक लिया.उन्होंने घटनास्थल खंनुवा नदी का निरीक्षण किया. रोहित के परिजनों से मुलाकात कर घटना की जानकारी ली.गौरतलब है कि रोहित की हत्या को कई न्यूज़ पोर्टल ने साम्प्रदायिक रूप देकर देश भर में बवाल मचा दिया था. न्यूज़ पोर्टल ने इस अपराधिक घटना को एक बड़ी साम्प्रदायिक घटना बना दी थी.ये खबर चलाकर सनसनी फैला दी थी कि जानवरों की जगह सुनियोजितढंग से रोहित की बलि एक मस्जिद में दे दी गई.
डीजीपी ने सबसे पहले तो थानाध्यक्ष अश्विनी तिवारी को निलंबित कर दिया फिर घटनास्थल खंनुवा नदी, जहाँ से रोहित की लाश मिली थी. घटना के विषय में डीजीपी ने ग्रामीणों से भी पूछताछ कर उनका बयान दर्ज किया. डीजीपी ने रोहीत के परिजनों से मुलाकात घर घटना के बारे में जानकारी ली साथ ही कहा कि अगर आपको कोई डराता या धमकाता है तो आप निःसंकोच होकर हमें फोन करें, हम आपकी तुरंत सहायता करेंगे और कोई भी व्यक्ति या प्रशासन परेशान करेगा तो उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी. आप लोगों को डरने की जरूरत नहीं है. पुलिस आप ही लोगों के लिए है. आपको न्याय मिलेगा.
डीजीपी घटनास्थल से निकलने के बाद पकहां बाजार में भी रुके और आम लोगों से घटना की जानकारी प्राप्त की. उन्होंने मीडिया कर्मियों से बात करते हुए कहा कि रोहित हत्याकांड की जांच पुलिस प्राथमिकी के आधार पर कर रही है. इस मामले में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इसी बीच न्यूज़ पोर्टल पर सांप्रदायिक भावना को भड़कानेवाली खबर दिखाने के बाद मामले को सीआईडी को सौंप दिया गया है. मामले की सच्चाई जल्द ही सामने आयेगी और शामिल सभी लोग जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे.
गौरतलब है कि रोहित जायसवाल 28 मार्च को क्रिकेट खेलने के लिए घर से निकला था. देर शाम तक जब वह घर वापस नहीं आया तो परिजन उसे ढूंढने लगे लेकिन वह नहीं मिला. सुबह ग्रामीण एवं परिजन जब उसके साथ खेलने गए लड़कों से पूछताछ किए तो लड़कों ने नदी में डूबने की बात बताई एवं घटनास्थल पर ले गए. इस मामले की जानकारी स्थानीय थाने को दी गई. पुलिस ने घटनास्थल से शव को बरामद किया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. मृतक रोहित जायसवाल के पिता ने छह लोगों के खिलाफ थाने में नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई जिसमें से पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 5 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इसमें चार नाबालिगों को जुवेनाइल कोर्ट ने कोरोना महामारी के कारण जमानत पर छोड़ दिया। वही एक अन्य अभियुक्त फरार है.
इस मामले को सांप्रदायिक रंग देकर भ्रामक खबर चलाने वाले कई न्यूज़ पोर्टल के खिलाफ स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है.दो वेब पोर्टल के संपादक को अभियुक्त बनाया गया है.डीजीपी के अनुसार इस मामले की सीआईडी जांच हो रही है.उम्मीद जताई जा रही है कि एक अपराधिक घटना को एक बड़ी साम्प्रदायिक घटना बना देनेवाले कई न्यूज़ पोर्टल के संपादकों के खिलाफ बड़ी कारवाई होगी.