सिटी पोस्ट लाइव : बेउर जेल पिछले कुछ दिनों से लगातार सुर्खियों में है. पिछले दिनों यहां पटना के जिलाधिकारी (Patna DM) चंद्रशेखर सिंह के नेतृत्व में 4 घंटे तक छापेमारी चली थी. इस दौरान कई मोबाइल फोन और चार्जेर के साथ ही लाल डायरी मिली थी. जिलाधिकारी ने छापेमारी के दौरान जेल उपाधीक्षक की भूमिका पर सवाल खड़ा करते हुए उन पर कार्रवाई की अनुशंसा की थी. बेउर जेल पटना (Beur Jail Patna) के उपाधीक्षक संजय कुमार को जेल आईजी अखिलेश मिश्र ने तत्काल प्रभाव से निलंबित (Suspend) कर दिया है.
. संजय कुमार को निलंबित किए जाने के बाद सुपौल जेल के उपाधीक्षक को बेउर जेल के उपाधीक्षक का प्रभार सौंपा गया है. इसके साथ ही जेल आईजी ने कुछ कक्ष वालों पर भी कार्रवाई का आदेश दिया है. सुपौल जेल के उपाधीक्षक रामानुज सिंह फिलहाल बेउर जेल में उपाधीक्षक का प्रभार देखेंगे.
गौरतलब है कि डीएम के नेत्रित्व में छापेमारी करने गई टीम सुबह 5 बजकर 10 मिनट पर बेउर जेल पहुंच गई थी. लेकिन खबर किये जाने के बावजूद आधे घंटे तक उपाधीक्षक मौके पर नहीं पहुंचे थे. जिला प्रशासन ने माना है कि प्रथम दृष्टया मामला लापरवाही का है लिहाजा उन पर शो कॉज नोटिस जारी किया गया था. शो कॉज नोटिस में जवाब संतोषजनक नहीं पाए जाने पर जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने जेल प्रशासन से उनके निलंबन की अनुशंसा की थी.
एक वायरल वीडियो के मामले में भी बेउर जेल प्रसाशन की फजीहत करा दी थी.इस वायरल वीडियो में कुणाल शर्मा नमक साइबर अपराधी बेऊर जेल के अंदर उठक-बैठक करता दिख रहा है. जांच के क्रम में यह वीडियो बेउर जेल का ही पाया गया था. इन दोनों मामलों के आने के बाद जेल आईजी मिथलेश मिश्र खुद बेउर जेल पहुंचे थे जहां पर उन्होंने जांच के क्रम में सेल के बाहर झूले में लटका एक मोबाइल पाया था