सिटी पोस्ट लाईव : क्या एक क्लास वन अधिकारी किसी महिला के साथ चलती ट्रेन में गाली गलौज, मारपीट कर सकता है ? इस सवाल का जबाब देना आसान नहीं हैं .लेकिन एक ऐसा ही सनसनीखेज मामला बिहार में सामने आया है. दानापुर रेल डिवीजन के सीनियर डीसीएम विनित कुमार पर एक महिला पैसेंजर ने ऐसे ही गंभीर आरोप लगाए हैं. वगैर टिकेट के राजधानी ट्रेन में चढ़नेवाली एक महिला ने अपने साथ मारपीट करने, गाली गलौज करने और ट्रेन से धक्का देने का आरोप सीनियर डीसीएम पर लगाया है. महिला ने पटना रेल थाना में सीनियर डीसीएम और दूसरे रेलवे स्टाफ के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराया है.
बेगूसराय की रहनेवाली पीड़ित महिला सुप्रिया भारती अपनी ढ़ाई साल की बेटी और अपने एक रिलेटिव के साथ सहरसा से पटना आने के लिए राज्यरानी एक्सप्रेस के एसी चेयरकार कोच में सवार हुई थी. महिला समेत तीनों लोगों के पास एसी कोच का तो छोड़ दीजिए, जनरल क्लास का भी टिकट नहीं था. तीनों बगैर किसी टिकट के ट्रेन में सफर कर रहे थे. ट्रेन के मोकामा पहुंचने पर सीनियर डीसीएम विनित कुमार और उनकी टीम उसमें सवार हुई. रनिंग ट्रेन में पैसेंजर्स के टिकट चेक किए जाने का काम शुरू हुआ. विनित कुमार और उनकी टीम ने बगैर टिकट सफर कर रही सुप्रिया भारती को भी पकड़ा. इन पर 975 रुपए का फाइन किया. महिला का आरोप है कि वो फाइन देने के लिए तैयार थी. लेकिन बख्तियारपुर में बच्चे के साथ उसे ट्रेन से नीचे फेंक दिया गया और कोच के गेट को बंद कर दिया गया. लेकिन उसे पटना आना था, इसलिए दूसरे गेट से वो फिर से ट्रेन में चढ़ गई. आरोप है कि धक्का दिए जाने के कारण महिला को चोट भी आई है. महिला ने दुर्व्यवहार करने का भी आरोप लगाया है.
इस मामले पर ईस्ट सेंट्रल रेलवे की तरफ से दो दिन बाद भी सफाई आई है. सीपीआरओ राजेश कुमार के अनुसार बगैर टिकट सफर कर रही महिला चेकिंग टीम से उलझ पड़ी थी. फाइन देने के बजाए महिला झगड़े पर उतरी. महिला ने जांच टीम में शामिल एक टीटीई का मोबाइल फोन ही फोड़ डाला. उपर से रेलवे स्टाफ्स के खिलाफ ही रेल पुलिस में जाकर कंप्लेन करने भी पहुंच गई. इस मामले में एक नहीं, बल्कि दो एफआईआर होंगे. दूसरा एफआईआर सीनियर डीसीएम की ओर से किया जा रहा है. महिला के खिलाफ रेल थाने में लिखित तौर पर कंप्लेन दर्ज कराई जा रही है. पटना के रेल एसपी की अशोक कुमार सिंह की मानें तो दोनों तरफ से एफआईआर दर्ज होगी. इस केस की जांच की जिम्मेवारी डीएसपी हेडक्वार्टर को दी गई है. इनके रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी.