जमीन को खोदकर शराब की खेप बरामद, बीयर-व्हिस्की की बोतलें मिली
सिटी पोस्ट लाइव : लगता है लॉक डाउन में शराब की मांग बिहार में भी बहुत बढ़ गई है.लॉकडाउन (Lockdown) के बीच बिहार में शराब की तस्करी (Liquor Smuggling) का खेल लगातार जारी है. ताजा मामला सुपौल (Supaul) का है जहां गुरुवार को जब जमीन की खुदाई की गई तो मिट्टी की बजाय जमीन शराब उगलने लगी. घटना त्रिवेणीगंज थाना इलाके का है जहां टोल प्लाजा के समीप लक्ष्मीनिया पलार के पास जमीन से बड़ी मात्रा में देशी और विदेशी शराब बरामद की गई है.
शराब की यह ब्रांड काफी महंगी हैं जिसमें बीयर के केन वाले बोतल भी शामिल हैं. दरअसल त्रिवेणीगंज डीएसपी गणपति ठाकुर को गुप्त सूचना मिली थी कि टोल प्लाजा के समीप लक्ष्मीनिया पलार के पास जमीन के नीचे शराब की बड़ी खेप छुपाई गई है जिसे जल्द ही खपाया जाना है. इसके बाद त्रिवेणीगंज डीएसपी गणपति ठाकुर के नेतृत्व में पुलिस ने वहां पर धावा बोल दिया और मजदूरों द्वारा जमीन की खुदाई कराई गई.
इस दौरान भारी मात्रा में देशी और विदेशी शराब बरामद की गई. ये शराब किसकी है इसकी जांच शुरू कर दी गयी है लेकिन कोरोना बंदी के दौरान शराब बरामदगी की ये बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है. दरअसल कोरोना बंदी के दौरान वाहनों का परिचालन बंद होने की वजह से जिले भर में शराब की कमी हो गई है इस बीच शराब तस्कर लगातार इस जुगाड़ में लगे हुए हैं कि किस तरह से जिले में शराब की बड़ी खेप को लाया जाए.
प्रशासन की इस उपलब्धि के कारण तस्करों में हड़कंप व्याप्त हो गया है. आपको बता दें कि सुपौल जिले में तस्करों का एक बड़ा नेटवर्क है जो मिली भगत से हर महीने करोड़ों का कारोबार करता है. बंगाल की सीमा हो या नेपाल का सीमा हर जगह से शराब की कालाबाजारी लगातार जारी है. पुलिस और उत्पाद विभाग की चौकसी के बाबजूद जिले में शराब हर जगह उपलब्ध हो जाती है. इस बाबत डीएसपी गणपति ठाकुर ने बताया कि गुप्त सूचना पर कार्रवाई की गई है और जमीन की खुदाई अभी भी जारी है. पुलिस को और भी शराब बरामद होने की संभावना है. इस अवैध शराब को लाने वाले को भी खोजने में पुलिस जुट गई है.